झारखंड-त्रिकूट रोपवे हादसा: रांची। झारखंड के सबसे ऊंचे त्रिकूट रोपवे पर रविवार को शाम पांच बजे ट्रालियां आपस में टकरा गई. जिसकी वजह से 20 घंटे से लोग हवा में लटके हुए है. पहाड़ी पर फंसे लोगों को बचाने के लिए एनडीआरएफ की टीम ने रेस्क्यू अभियान शुरू कर दिया है. लेकिन अभी तक लोगों […]
रांची। झारखंड के सबसे ऊंचे त्रिकूट रोपवे पर रविवार को शाम पांच बजे ट्रालियां आपस में टकरा गई. जिसकी वजह से 20 घंटे से लोग हवा में लटके हुए है. पहाड़ी पर फंसे लोगों को बचाने के लिए एनडीआरएफ की टीम ने रेस्क्यू अभियान शुरू कर दिया है. लेकिन अभी तक लोगों को सुरक्षित निकाला नहीं जा सका है. जानकारी के मुताबिक रोपवे में फंसे सारे लोग बाहरी पर्यटक है जो रामनवमी के अवसर पर पूजा करने और घूमने यहां पहुंचे थे।
बताया जा रहा है कि ये हादसा उस दौरान हुआ जब रोपवे पर नीचे से आ रही ट्राली ऊपर से जा रही ट्राली से टकरा गई. इस टक्कर में रोपवे पर सवार कई लोग घायल हो गए. हादसे के वक्त दो दर्जन से अधिक ट्रालियां हवा में थी, जिसमें से कई लोगों को तुरंत आनन-फानन में सुरक्षित उतारा गया।
ताजा मिली जानकारी के अनुसार में हादसे में घायल होने वालों को देवघर के सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया. जिसमें इलाज के दौरान एक शख्स की मौत हो गई. जिला कलेक्टर मंजूनाथ भैजंत्री ने मीडिया से बात करते हुए बताया कि फिलहाल रोपवे को बंद कर दिया गया है. बचाव टीमें लोगों को सुरक्षित निकालनें का प्रयास कर रही कर रही है।
इस हादसे को हुए 20 से ज्यादा घंटे बीत जाने के बाद भी अभी तक सभी लोगों को सुरक्षित निकाला नहीं जा सका है. अभी भी 18 ट्राली हवा में है. जिसमें 48 लोग सवार है।
रोपवे हादसे में फंसे लोगों को बचाने का काम सेना ने संभाल लिया है. लेकिन अभी भी सभी लोगों की जान पर संकट बना हुआ है. सेना का हेलिकॉप्टर जैसे ही लोगों को रेस्क्यू करने पहुंच रहा है. पंखे की हवा से ट्रालियां हिलने लग रही है. जिसकी वजह से लोगों को सुरक्षित निकालने में परेशानी आ रही है।