Jharkhand Mob Lynching, Jharkhand Bheed Hinsa me ek ki maut: झारखंड में कथित तौर पर बीफ बेचने को लेकर मॉब लिंचिंग की घटना हुई. इस घटना में एक आदिवासी की मौत हो गई और 2 गंभीर रूप से घायल हो गए. बीफ बेचने की खबर व्हॉट्सएप के जरिए फैली थी. अब तक 5 लोगों को हिरासत में ले लिया गया है. पुलिस का कहना है कि मैसेज और व्हाट्सएप संदेशों के जरिए कथित गोहत्या की खबर फैलने के बाद पड़ोसी गांवों से भीड़ आई.
रांची. झारखंड से मॉब लिंचिंग की एक और शर्मनाक घटना सामने आई है. गोमांस बेचने के आरोप लगाते हुए हिंसक भीड़ ने एक आदिवासी व्यक्ति को घंटों पीटने के बाद मौत के घाट उतार डाला. मामले को लेकर एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि भीड़ ने दो अन्य लोगों पर भी हमला किया जो अस्पताल में मौत-जिंदगी की जंग लड़ रहे हैं. यह घटना राज्य की राजधानी रांची से लगभग 50 किलोमीटर दूर खुंटी जिले में हुई. पुलिस के अनुसार, 12 से 15 आदमियों के एक समूह ने रविवार तड़के जलतांडा सुरी गांव में तीन लोगों को एक नदी के किनारे बाजार में कथित तौर पर गोमांस बेचने के लिए पकड़ा. मैसंज और व्हाट्सएप के माध्यम से कथित गोहत्या की खबर फैलने के बाद भीड़ पड़ोसी गांवों से आई. भीड़ को आते देख, तीनों ने भागने की कोशिश की लेकिन पकड़े गए.
पुलिस ने मृतक की पहचान कलंतुस बारला और घायलों की के रूप में फागू कच्छपंद और फिलिप हाहोरो के रूप में की है. तीनों आदिवासी ईसाई हैं. डीआईजी वी होमकर ने कहा कि अब तक पांच ग्रामीणों को गिरफ्तार किया गया है और अन्य लोगों को पकड़ने के लिए छापेमारी की जा रही है. पुलिस ने कहा कि उन्हें कुछ ग्रामीणों के फोन आए, जिसके बाद वे मौके पर पहुंचे और तीनों को बचाया. फिर तीनों को स्थानीय अस्पताल ले जाया गया, जहां से बराला सहित दो को रांची मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया गया. शाम को बरला ने दम तोड़ दिया.
वरिष्ठ अधिकारी मौके पर कैंप कर रहे हैं. जिले के एसपी और डिप्टी कमिश्नर व्यक्तिगत रूप से मामले की निगरानी कर रहे हैं. अपराधियों को पकड़ने के लिए अलग-अलग टीमें बनाई गईं. हम भरोसा दिलाते हैं कि इन सभी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी. पिछले तीन महीनों में झारखंड में लिंचिंग की वजह से बराला की मौत दूसरी है. इससे पहले तबरेज अंसारी की जून में मृत्यु हो गई थी.
चोरी का शक होने पर अंसारी को एक हिंसक भीड़ ने पीटा था. उसे स्थानीय पुलिस ने लगभग आठ घंटे बाद बचाया और एक चोर के रूप में अदालत में पेश किया. उसे जल्द ही न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया, जहां चार दिनों के बाद उसकी मृत्यु हो गई. उसकी 19 वर्षीय पत्नी अभी भी न्याय के लिए लड़ रही है, पुलिस ने शुरू में हत्या के आरोप को आरोप पत्र से हटा दिया था लेकिन सार्वजनिक आक्रोश के बाद केस में हत्या के आरोप जुड़े.