रांची: झारखंड में 5 फरवरी को चंपई सोरेन सरकार विधानसभा में फ्लोर टेस्ट का सामना करेगी. बहुमत परीक्षण के दौरान विधानसभा राज्य के पूर्व सीएम हेमंत सोरेन भी मौजूद रहेंगे. रांची की विशेष अदालत ने शनिवार को उन्हें इसकी अनुमति दे दी. बता दें कि विधानसभा में विश्वास मत साबित करने के लिए चंपई सरकार […]
रांची: झारखंड में 5 फरवरी को चंपई सोरेन सरकार विधानसभा में फ्लोर टेस्ट का सामना करेगी. बहुमत परीक्षण के दौरान विधानसभा राज्य के पूर्व सीएम हेमंत सोरेन भी मौजूद रहेंगे. रांची की विशेष अदालत ने शनिवार को उन्हें इसकी अनुमति दे दी. बता दें कि विधानसभा में विश्वास मत साबित करने के लिए चंपई सरकार ने विशेष सत्र बुलाया. मालूम हो कि जमीन घोटाला मामले में 31 जनवरी को ईडी ने हेमंत को गिरफ्तार किया था. इसके बाद कोर्ट ने 2 फरवरी को उनकी 5 दिन की रिमांड प्रवर्तन निदेशालय को दी थी.
इससे पहले कल यानी शुक्रवार को झारखंड मुक्ति मोर्चा के नेता चंपई सोरेन ने झारखंड के 12वें मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली. राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन ने दोपहर 12.20 बजे राजभवन में उन्हें शपथ दिलाई. चंपई के साथ कांग्रेस नेता आलमगीर आलम और राजद के सत्यानंद भोक्ता ने भी मंत्री पद की शपथ ली.
मालूम हो कि झारखंड राज्य के 23 साल के इतिहास में 11 बार सीएम बदले हैं. जिनमें अर्जुन मुंडा और शिबू सोरेन तीन-तीन बार मुख्यमंत्री बने हैं. वहीं, रघुवर दास इकलौते ऐसे सीएम रहे हैं, जिन्होंने अपना पांच साल का कार्यकाल पूरा किया है.
बता दें कि 67 वर्षीय चंपई सोरेन का सफर काफी संघर्षपूर्ण रहा है. जेएमएम प्रमुख शिबू सोरेन के वफादार माने जाने वाले चंपई सोरेन को ‘झारखंड टाइगर’ के नाम से भी जाना जाता है. चंपई सोरेन ने जेएमएम विधायक दल का नेता चुने जाने के बाद उन्होंने कि मैं अपने पिता सिमल सोरेन के साथ खेतों में काम किया करता था. अब किस्मत ने एक अलग मौका दिया है. हेमंत सोरेन के सीएम पद से इस्तीफा देने और फिर उनकी अरेस्ट होने के बाद चंपई जेएमएम विधायक दल के नए नेता चुने गए.
Jharkhand: चंपई सोरेन ने ली झारखंड के 12वें सीएम पद की शपथ, सत्यानंद भोक्ता और आलमगीर आलम बने मंत्री