Jharkhand Assembly Election Result 2019: झारखंड में बीजेपी की हार का असर साल 2020 में होने वाले दिल्ली और बिहार चुनाव पर पड़ेगा. लोकसभा में प्रचंड जीत हासिल करने वाली भाजपा लगातार राज्यों में हार का सामना कर रही है जो किसी भी राज्य में बैठे वोटर्स के लिए बिल्कुल भी अच्छा संदेश नहीं है.
रांची. झारखंड में भारतीय जनता पार्टी को कांग्रेस-जेएमएम और राजद के महागठबंधन के आगे करारी हार का सामना करना पड़ा. जेएमएम मुखिया हेमंत सोरेन सूबे के अगले सीएम होंगे. झारखंड में सोनिया गांधी की कांग्रेस की जीत देशभर के कार्यकर्ताओं में जोश भरेगी. और भाजपा के लिए उसकी हार मुश्किल खड़ी करेगी. झारखंड के बाद अब दिल्ली में विधानसभा चुनाव होंगे. वहां आम आदमी पार्टी की सरकार है और मुख्यमंत्री अरविेंद केजरीवाल ने काम भी अच्छा किया.
दिल्ली में एक तो अरविंद केजरीवाल का मजबूत होना और दूसरा झारखंड में बीजेपी की हार. दोनों ही वजह दिल्ली में भारतीय जनता पार्टी को सत्ता से दूर रखने के लिए काफी हैं. हालांकि, हर एक प्रदेश में अलग-अलग स्थानीय मुद्दे होते हैं. लेकिन दिल्ली चुनाव पर सिर्फ झारखंड ही नहीं हरियाणा और महाराष्ट्र की हार का भी फर्क पड़ेगा. बेशक हरियाणा में भाजपा ने सत्ता बना ली हो लेकिन कैसे जोड़तोड़ से बनाई ये सभी वोटर्स अच्छे से समझते हैं.
दूसरी ओर झारखंड में हार के बाद भाजपा किसी भी कीमत पर दिल्ली चुनाव में जीत की कोशिश करेगी. उसके बाद बिहार में भी चुनाव होने हैं भारतीय जनता पार्टी सीएम नीतीश कुमार की पार्टी जेडीयू के साथ गठबंधन में सरकार चला रही है. बिहार विपक्ष में लालू प्रसाद यादव की आरजेडी के तेजस्वी यादव हैं जिनकी पार्टी झारखंड के महागठबंधन में शामिल है और चुनाव में अच्छा प्रदर्शन भी किया. ऐसे में बिहार में जीत हासिल करना भी बीजेपी के लिए आगे आने वाले समय में काफी बड़ी चुनौती हो सकती है.
वहीं साल 2021 में पश्चिम बंगाल में चुनाव होने हैं जहां हाल ही के लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने शानदार प्रदर्शन भी किया. बीजेपी का दावा है कि वेस्ट बंगाल में भाजपा की सरकार बनेगी. बंगाल में पार्टी की स्थिति तो अच्छी है लेकिन लगातार बीजेपी को राज्यों में मिल रही हार का वहां के वोटर्स पर भी असर पड़ेगा ही. अगर किसी वजह से भाजपा के हाथ से दिल्ली और बिहार निकल गया तो उन्हें वेस्ट बंगाल का चुनाव जीतना मुश्किल हो जाएगा.