Jet Airways Flight Cancel: 15 अप्रैल सोमवार से नेशनल एविएटर्स गिल्ड (एनएजी) से जुड़े जेट एयरवेज के 1100 पायलटों ने सुबह 10 बजे से उड़ान न भरने का फैसला किया है. आर्थिक संकट से जूझ रही जेट एयरवेज की ओर बकाया न मिलने पर कर्मचारियों ने शुक्रवार और शनिवार शांतिपूर्ण प्रदर्शन करने बाद रविवार को यह फैसला किया है.
नई दिल्ली. जेट एयरवेज के 1100 पायलटों ने सोमवार 15 अप्रैल सुबह 10 बजे से उड़ान न भरने का फैसला किया है. बकाया वेतन न मिलने से नाराज नेशनल एविएटर्स गिल्ड (एनएजी) से जुड़े पायलटों ने यह कदम उठाया है. आर्थिक तंगी से जूझ रही जेट एयरवेज के कर्मचारियों ने शनिवार को दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के टर्मिनल 3 के बाहर प्रदर्शन भी किया था. इस दौरान कर्मचारियों के हाथ में बैनर थे जिनपर ”जेट एयरवेज बचाओ, हमारा भविष्य बचाओ” स्लोगन लिखा है.
शनिवार को भी जेट एयरवेज के सिर्फ 6-7 विमानों ने उड़ान भरी थी, जबकि आमतौर पर कंपनी हर रोज 119 विमानों का परिचालन करती है. इससे पहले शुक्रवार को नाराज कर्मचारियों ने जेट एयरवेज के खिलाफ शांतिपूर्ण मार्च भी निकाला था.
समय से सैलरी न मिलने पर कर्मचारी भड़के हुए हैं. पायलट के साथ-साथ कंपनी के वरिष्ठ प्रबंधकों को भी वेतन नहीं मिला है. सूत्रों की मानें तो इससे उभरने के लिए कंपनी ने कर्जदाताओं से कुछ अंतरिम धन की मांग की है. जिसके बाद उम्मीद है कि कर्मचारियों का वेतन दिया जा सकता है.
गिल्ड के सूत्रों के अनुसार, उन्हें पिछले साढ़े तीन महीने का वेतन नहीं मिला है और ये भी नहीं पता की कब मिलेगा. इसलिए सभी ने 15 अप्रैल से जहाज न उड़ाने का निर्णय किया है. पहले 1 अप्रैल से उड़ान न भरने का फैसला किया गया था लेकिन बाद में 15 अप्रैल तक टाल दिया था क्योंकि कर्मचारी नए प्रबंधन को कुछ और समय देना चाहते हैं.
वित्तीय संकट से जूझ रही जेट एयरवेज ने अपनी कई इंटरनेशनल उड़ाने लंबे समय के लिए रद्द कर दी है. इसके साथ ही चैन्नई ने टोरंटो और पेरिस के लिए अपनी उड़ानों की निलंबन अवधि को बढ़ा दिया है. रविवार को जेट एयरवेज ने कहा कि एयरलाइन 16 अप्रैल तक लंदन हीथ्रो, एम्सटर्डम और पेरिस को जाने-आने वाली सभी सेवाओं को रद्द करने का निर्णय किया है.