पटना। नीतीश कुमार की भाजपा से दूरियां बढ़ जाने के बाद जेडीयू प्रमुख लगातार भाजपा की नीतियों पर कटाक्ष करते हुए नज़र आ रहे हैं, भाजपा के सहारे सत्ता का सुख भोगने वाले नीतीश अब अचानक ही भाजपा विरोधी हो गए हैं, इस दौरान जेडीयू के विधायक एवं पार्टी के प्रवक्ता राहुल शर्मा ने एम्स […]
पटना। नीतीश कुमार की भाजपा से दूरियां बढ़ जाने के बाद जेडीयू प्रमुख लगातार भाजपा की नीतियों पर कटाक्ष करते हुए नज़र आ रहे हैं, भाजपा के सहारे सत्ता का सुख भोगने वाले नीतीश अब अचानक ही भाजपा विरोधी हो गए हैं, इस दौरान जेडीयू के विधायक एवं पार्टी के प्रवक्ता राहुल शर्मा ने एम्स जैसे संस्थान पर साइबर अटैक को लेकर भाजपा को निशाने पर लिया और गंभीर आरोप भी लगाए।
जेडीयू विधायक एवं प्रवक्ता राहुल शर्मा ने भाजपा पर तंज कसते हुए कहा कि, देश के सबसे प्रतिष्ठित मेडिकल संस्थान एम्स में साइबर हमला हुआ और सरकार हाथ में हाथ रखे हुए बैठी है, चार करोड़ से भी ज्यादा मरीजों की महत्वपूर्ण जानकारी चुरा ली गई है, और 10 दिन बीत जाने के बाद भी सरकार के पास करने के लिए कुछ नहीं है।
जेडीयू प्रवक्ता ने कहा कि, 1 जुलाई 2017 से लोगो को पैन कार्ड और आधार कार्ड को लिंक करने के लिए बाधित किया गया, उसके बाद से ही साइबर क्राइम मे लगातार वृद्धि हुई है। साथ ही उन्होने बताया कि, 2017 में साइबर क्राइम से से जुड़े 53 हजार मामले थे, वहीं 2021 में बड़कर यह मामले 14 लाख से ऊपर पहुंच गए हैं। हम आपको बता दें कि, यह आंकड़े खुद लोकसभा में केंद्रीय गृह राज्य मंत्री ने बताए थे।
इस दौरान जेडीयू प्रवक्ता ने बताया कि, एक आंकड़े के अनुसार देश को डाटा चोरी होने के कारण 2019 में 1.25 लाख करोड़ का घाटा हुआ है। यह घाटा टू जी, थ्री जी और कोल घोटाले के बराबर का है। उन्होने कहा कि, इस तरह की चोरी से राष्ट्रीय सुरक्षा को भी नुकसान हो सकता है, एम्स जैसे संस्थान में राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, एवं सेनाध्यक्ष और सुरक्षा एजेन्सियों के अधिकारियों का इलाज होता है और वहां इनसे सम्बन्धित तमाम सूचनाएं होती हैं।