लखनऊ/नई दिल्ली: यूपी की योगी आदित्यनाथ सरकार के नेमप्लेट वाले फैसले की विपक्षियों के साथ-साथ एनडीए में शामिल नेता भी आलोचना कर रहे हैं. इस बीच केंद्रीय मंत्री और आरएलडी पार्टी के अध्यक्ष जयंत चौधरी ने योगी सरकार के कांवड़ रूट पर दुकानदारों के नामों को लिखने वाले आदेश पर अपनी नाराजगी जाहिर की है. […]
लखनऊ/नई दिल्ली: यूपी की योगी आदित्यनाथ सरकार के नेमप्लेट वाले फैसले की विपक्षियों के साथ-साथ एनडीए में शामिल नेता भी आलोचना कर रहे हैं. इस बीच केंद्रीय मंत्री और आरएलडी पार्टी के अध्यक्ष जयंत चौधरी ने योगी सरकार के कांवड़ रूट पर दुकानदारों के नामों को लिखने वाले आदेश पर अपनी नाराजगी जाहिर की है. उन्होंने कहा है कि राज्य सरकार ने यह फैसला सोच-समझकर नहीं लिया है.
केंद्रीय मंत्री जयंत चौधरी ने रविवार-21 जुलाई को मीडिया से बातचीत करते हुए योगी सरकार के नेम प्लेट वाले फैसले पर अपनी बात रखी. इस दौरान उन्होंने कहा कि हमें इस मामले को धर्म और राजनीति से जोड़कर नहीं देखना चाहिए. क्योंकि कांवड को ले जाने वाले या सेवादारों की कोई पहचान नहीं होती है. जयंत ने आगे कहा कि मुझे लगता है कि राज्य सरकार ने ये फैसला बहुत सोच-समझकर नहीं लिया है. वो बताएं कि कहां-कहा नाम लिखना है, क्या अब अपने कुर्ते पर भी नाम लिखना शुरू कर दें, ताकि ये तय जाए कि किसे हाथ मिलाना है या लगे लगाना है.
बता दें कि जयंत चौधरी के अलावा एनडीए में शामिल कई नेता योगी सरकार के नेमप्लेट वाले फैसले की आलोचना कर चुके हैं. बिहार की लोक जनशक्ति पार्टी (राम विलास) के मुखिया और केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान भी यूपी सरकार के फैसले की आलोचना कर चुके हैं. उनके साथ ही जनता दल (यूनाइटेड) नेता केसी त्यागी ने भी इस मुद्दे पर निशाना साधता है. उन्होंने योगी आदित्यनाथ सरकार से इस मामले पर पुनर्विचार करने की अपील की है.
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