बिहार के जमुई जिले में माओवादियों ने घर पर बेटी का जन्मदिन मनाने आए सशस्त्र सीमा बल के जवान सिकंदर यादव की गोली मारकर हत्या कर दी थी. माओवादियों का कहना था कि सिकंदर पुलिस का मुखबिर है और हम उसे इसी की सजा दे रहे हैं.
जमुई. बिहार के जमुई जिले में माओवादियों ने सशस्त्र सीमा बल के जवान सिकंदर यादव की बड़ी ही बेरहमी से हत्या कर दी. सिकंदर सोमवार को बेटी का जन्मदिन मनाने के लिए छुट्टी लेकर अपने घर आया था. माओवादियों ने उसे घसीटकर घर से बाहर निकाला और गोली मार दी. सिकंदर यादव मधुबनी जिले में स्थित एसएसबी की 48वीं बटैलियन में तैनात थे.
मामले की जांच में जुटे SHO (बरहट) सुनील कुमार ने बताया कि ‘सिकंदर की उस समय हत्या की गई जब उनका परिवार बेटी का चौथा जन्मदिन मना रहा था.’ साथ ही उन्होंने कहा कि सिकंदर के मारे जाने से पहले उनकी तलाश में दो माओवादी पुलिस यूनिफॉर्म में उनके घर आए थे. ऐसे में जब वे घर से बाहर आए तो 20 अन्य माओवादियों ने उन्हें पकड़ लिया और बंदूक के बल पर घसीटकर ले गए.
एसएचओ ने कहा कि ‘सिकंदर को उनके घर से कुछ ही दूरी पर कई गोलियां मारी गई.’ हत्या करने वाले इन माओवादियों में महिलाएं भी शामिल थीं. हत्या करते हुए माओवादी कह रहे थे कि सिकंदर पुलिस का मुखबिर है और वे उसे इसकी सजा दे रहे हैं. सिकंदर की हत्या कर माओवादी उसकी लाश को सड़क पर छोड़कर जंगल की ओर निकल गए. हत्या करने वाले नक्सली 20 से 25 की संख्या में थे. पुलिस मामले में छापेमारी कर रही है. घटना स्थल से पुलिस को एक पर्चा मिला है जिसमें माओवादियों ने हत्या की जिम्मेदारी लेते हुए कहा है कि जवान पुलिस का मुखबिर था.
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