नई दिल्ली, दिल्ली के जवाहर लाल नेहरू यूनिवर्सिटी में आए दिन बवाल ( Jawahar Laal Nehru University Controversy) होता रहता है. हाल ही में, जेएनयू में बाबरी मस्जिद दोबारा बनाने की मांग उठने लगी. जवाहरलाल नेहरू स्टूडेंट यूनियन ने 6 दिसंबर की रात एक प्रोटेस्ट मार्च निकाला. JNU छात्रसंघ ने की बाबरी मस्जिद दोबारा बनाने […]
नई दिल्ली, दिल्ली के जवाहर लाल नेहरू यूनिवर्सिटी में आए दिन बवाल ( Jawahar Laal Nehru University Controversy) होता रहता है. हाल ही में, जेएनयू में बाबरी मस्जिद दोबारा बनाने की मांग उठने लगी. जवाहरलाल नेहरू स्टूडेंट यूनियन ने 6 दिसंबर की रात एक प्रोटेस्ट मार्च निकाला.
दिल्ली का जवाहर लाल नेहरू विश्विद्यालय एक बार फिर विवादों में घिर आया है, बीती रात जेएनयू कैम्प्स में बाबरी मस्जिद दुबारा बनाने की जमकर मांग उठी और जेएनयू स्टूडेंट यूनियन की ओर से प्रोटेस्ट मार्च निकाला गया. इस दौरान छात्रसंघ कार्यकर्ताओं की ओर से “नहीं सहेंगे हाशिमपुरा, नहीं करेंगे दादरी, फिर बनाओ बाबरी” जैसे नारे लगाए गए. बीती रात तकरीबन रात रात 8:30 बजे गंगा ढाबा पर काफी संख्या में लेफ्ट विंग के छात्र जमा हुए और यह प्रदर्शन यहाँ से चंद्रभागा हॉस्टल पहुंचा. इस दौरान छात्र संघ के वाइस प्रेसिडेंट साकेत मून ने अपनी स्पीच के दौरान कहा कि बाबरी मस्जिद दुबारा बनाने से कई लोगों को इन्साफ मिलेगा.
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भाजपा नेता कपिल मिश्रा ने जेएनयू में चल रहे बाबरी मस्जिद दोबारा बनाने की मांग करने वालों को निशाना साधते हुए कहा कि,
“बाबरी दुबारा बनाने का ख्वाब बुनने वालो को ये समझ लेना चाहिए कि 47,000 मंदिरों को अपराधियों, हत्यारों, लुटेरों द्वारा तोड़ा और कब्जाया गया था अभी एक का हिसाब हुआ हैं संवैधानिक तरीके से मथुरा , काशी और बाकियों पर चर्चा, विचार, आंदोलन, निर्णय अभी अधूरा है”
बता दें बीते दिनों सेंटर फार वुमन स्टडीज द्वारा आयोजित वेबिनार के आमंत्रण पत्र पर जम्मू और कश्मीर के केंद्र शासित प्रदेश को ‘भारतीय अधिकृत कश्मीर’ लिखा गया था, जिसे लेकर भी काफी बवाल हुआ था.