नई दिल्ली: हिंदी सिनेमा के मशहूर गीतकार जावेद अख्तर राज ठाकरे के दीपोत्सव कार्यक्रम में जय श्री राम का नारा लगाते हुए नजर आए। इस दौरान उन्होंने हिंदुओं को लेकर कई सारी बातें भी कहीं। गीतकार ने लगाया जय सिया राम का नारा जावेद ने कहा कि मैं नास्तिक हूं, पर मैं मर्यादा पुरुषोत्तम राम […]
नई दिल्ली: हिंदी सिनेमा के मशहूर गीतकार जावेद अख्तर राज ठाकरे के दीपोत्सव कार्यक्रम में जय श्री राम का नारा लगाते हुए नजर आए। इस दौरान उन्होंने हिंदुओं को लेकर कई सारी बातें भी कहीं।
जावेद ने कहा कि मैं नास्तिक हूं, पर मैं मर्यादा पुरुषोत्तम राम का बहुत सम्मान करता हूं। उन्होंने कहा कि उन्हें इस बात का गर्व है कि वे माता सीता की भूमि पर पैदा हुए हैं।
गीतकार ने आगे कहा- भगवान श्री राम हमारी संस्कृति और सभ्यता का हिस्सा हैं। इसी कारण मैंने इस इवेंट में हिस्सा लिया है। मर्यादा पुरुषोत्तम का जिक्र करने पर भगवान श्री राम और माता सीता का ही नाम हमारे जुबान पर आता है।
खुद को नास्तिक कहने वाले जावेद अख्तर आगे कहते हैं कि सीता-राम प्रेम के प्रतीक हैं और उनका नाम अलग से लेना पाप है। हम उनका नाम अलग से नहीं ले सकते हैं। जो ऐसा करना चाहता था, वो रावण था। अगर आप भी देवी सीता और भगवान राम में से सिर्फ एक का नाम लेते हैं, तो आपके मन में भी रावण छुपा है।
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अपने पुराने समय को याद करते हुए गीतकार ने कहा कि मुझे आज भी वो समय अच्छे से याद है जब हम सुबह के समय लखनऊ में टहलने निकलते थे और एक-दूसरे का जय सिया राम कहते थे। जावेद आगे कहते हैं कि पहले भी ऐसे लोग थे जिनके अंदर सहनशीलता नहीं थी, पर उनमें से कोई हिंदू ऐसा नहीं था। उन्होंने कहा कि हिंदुओं का दिल हमेशा से बड़ा रहा है।