Japan: जी-20 के महत्वपूर्ण बैठक में शामिल नहीं होंगे जापानी विदेश मंत्री, ये है बड़ी वजह

नई दिल्ली। भारत इस बार जी-20 की अध्यक्षता कर रहा है। इस दौरान राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में 1 और 2 मार्च को जी-20 की एक महत्वपूर्ण बैठक होने वाली है। इस बैठक में जी-20 देशों के विदेश मंत्री हिस्सा ले रहे हैं। हालांकि इस महत्वपूर्ण बैठक में जापान के विदेश मंत्री योशिमासा हयाशी शामिल नहीं […]

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Japan:  जी-20 के महत्वपूर्ण बैठक में शामिल नहीं होंगे जापानी विदेश मंत्री, ये है बड़ी वजह

SAURABH CHATURVEDI

  • March 1, 2023 9:51 am Asia/KolkataIST, Updated 2 years ago

नई दिल्ली। भारत इस बार जी-20 की अध्यक्षता कर रहा है। इस दौरान राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में 1 और 2 मार्च को जी-20 की एक महत्वपूर्ण बैठक होने वाली है। इस बैठक में जी-20 देशों के विदेश मंत्री हिस्सा ले रहे हैं। हालांकि इस महत्वपूर्ण बैठक में जापान के विदेश मंत्री योशिमासा हयाशी शामिल नहीं होंगे। ऐसा माना जा रहा है कि जापान के विदेश मंत्री की जगह वहां के एक उपमंत्री इस बैठक में हिस्सा ले सकते हैं।

बजट पेश होने के कारण नहीं ले रहे हिस्सा

बता दें कि भारत में 1 और 2 मार्च को विदेश मंत्रियों की बैठक होने वाली है। इस बैठक में हिस्सा लेने के लिए जापान के विदेश मंत्री भारत नहीं आ रहे हैं। ऐसा कहा जा रहा है कि जापान की संसद में बजट पेश होने वाला है, जिसके चलते जापानी विदेश मंत्री योशिमासा हयाशी ने अपना भारतीय दौरा रद्द कर दिया है। इस महत्वपूर्ण बैठक में जापान का एक उपमंत्री हिस्सा ले सकता है।

जापानी मीडिया में चल रही ये बात

गौरतलब है कि योशीमासा का भारतीय दौरा रद्द करने से जापान में ही उनका विरोध शुरु हो गया है। वहां की मीडिया का कहना है कि, जब जापान चीन की आक्रामक रवैया के खिलाफ अपनी सुरक्षा को मजबूत करने में जुटा है और भारत के साथ अपने साझेदारी को और मजबूत करने में लगा हुआ है। ऐसे समय में विदेश मंत्री का जी-20 की महत्वपूर्ण बैठक में हिस्सा नहीं लेना एक गलत संदेश जाता है। रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध चल रहा है ऐसे समय में इस बैठक में हिस्सा नहीं लेकर जापान एक अच्छा अवसर खो रहा है।

चीनी विदेश मंत्री किन गैंग ले रहे हिस्सा

जी-20 की इस महत्वपूर्ण बैठक में चीन के विदेश मंत्री किन गैंग हिस्सा ले रहे हैं। जब चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता माओ निंग से विदेश मंत्री के भारतीय दौरे के बारे में पूछा गया तो उन्होंने बताया कि, ” जी-20 में शामिल देशों को वैश्विक अर्थव्यवस्था में मौजूद प्रमुख चुनौतियों पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए और इस मामले में सभी पक्षों के साथ काम करने के लिए चीन बिल्कुल तैयार है। जी-20 के विदेश मंत्रियों की बैठक मल्टीलेटरलिज्म पर एक सकारात्मक संकेत भेजती है। ”

दो दिवसीय बैठक में इस पर होगी चर्चा

बता दें कि जी-20 का शिखर सम्मेलन 9 और 10 सितंबर को होगा। इस समारोह में शिरकत करने के लिए जी-20 में शामिल देशों के राष्ट्राध्यक्ष भारत आएंगे। इसी को लेकर दिल्ली में विदेश मंत्रियों की 1 और 2 मार्च को बैठक होने वाली है।

“वसुधैव कुटुम्बकम” है G20 प्रेसीडेंसी की थीम

बता दें कि भारत के G20 प्रेसीडेंसी की थीम “वसुधैव कुटुम्बकम” है। 1 और 2 मार्च को नई दिल्ली में G20 में शामिल देशों के विदेश मंत्रियों की बैठक होने वाली है। इस बैठक में हिस्सा लेने के लिए चीनी विदेश मंत्री किन गैंग भी भारत आएंगे।

प्रगति मैदान में होगा शिखर सम्मेलन

इस बार जी-20 का शिखर सम्मेलन राजधानी दिल्ली के प्रगति मैदान पर होगा। जहां पिछला जी-20 का शिखर सम्मेलन इंडोनेशिया के बाली शहर में हुआ था, वहीं अगला शिखर सम्मेलन का आयोजन ब्राजील में होगा।

G-20 को लेकर पीएम मोदी ने कही थी ये बात

जी-20 की अध्यक्षता को लेकर पीएम मोदी ने कहा था कि, ” देश ऐसे समय में जी-20 की अध्यक्षता संभाल रहा है, जब पूरी दुनिया भू-राजनीतिक तनाव, आर्थिक मंदी और बढ़ती खाद्य-ऊर्जा की कीमतों के अलावा कोविड महामारी के दीर्घकालिक दुष्प्रभावों से जूझ रही है।

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