नई दिल्ली: जम्मू कश्मीर के बड़गाम ज़िले के चाडूरा में कश्मीरी पंडित की सरे आम हुई हत्या के बाद सियासत तेज ही गई है. पीएजीडी (पीपुल्स एलांयस फार गुपकार डिक्लेरेशन ) और प्रदेश भाजपा ने इस मुद्दे पर उपराज्यपाल मनोज सिन्हा से रविवार को मुलाकात का ऐलान किया है. वहीँ भाजपा की कश्मीर इकाई ने […]
नई दिल्ली: जम्मू कश्मीर के बड़गाम ज़िले के चाडूरा में कश्मीरी पंडित की सरे आम हुई हत्या के बाद सियासत तेज ही गई है. पीएजीडी (पीपुल्स एलांयस फार गुपकार डिक्लेरेशन ) और प्रदेश भाजपा ने इस मुद्दे पर उपराज्यपाल मनोज सिन्हा से रविवार को मुलाकात का ऐलान किया है. वहीँ भाजपा की कश्मीर इकाई ने कश्मीरी हिंदुओं के आक्रोष को सही ठहराते हुए रैली भी निकाली। राहुल भट्ट की हत्या के बाद जम्मू से कश्मीर तक कश्मीरी हिंदुओं का रोष प्रदर्शन शनिवार को तीसरे दिन भी जारी रहा। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री रोजगार पैकेज के तहत कश्मीर में नियुक्ति सभी कश्मीरी हिंदुओं को घाटी से बाहर स्थानांतरित किया जाए।
राहुल भट्ट की जब हत्या हुई , तब वे अपने दफ्तर में ही थे. उन्हें प्रधानमंत्री रोजगार पैकेज के तहत ही राजस्व विभाग में नौकरी मिली थी. आतंकियों ने सरे आम दफ्तर में ही राहुल भट्ट को गोली मारी। उनकी इस हत्या के बाद से ही कश्मीर में कश्मीरी पंडित लगातार प्रदर्शन कर रहे है. प्रदर्शनकारियों को रोकने के लिए पुलिस ने कालोनियों के मुख्य गेट शनिवार की सुबह बाहर से बंद कर दिए। कश्मीर के शेखपोरा बडग़ाम, वीरवान बारामुला, वेस्सु काजीगुंड में भी कश्मीरी हिंदुओं ने भी प्रदर्शन का प्रयास किया,लेकिन पुलिस ने उन्हें बाहर नहीं आने दिया। कश्मीरी पंडितो का कहना है कि सरकार उनकी सुरक्षा में नाकाम रही है और अब जब वे घरों से बाहर निकलकर प्रदर्शन करना चाहते है, तो पुलिस उन्हें रोक रही है. वहीं वेस्सु के कश्मीरी हिंदू कर्मियों ने कहा कि अगर सरकार ने रविवार की सुबह तक पाबंदियां नहीं हटाई तो वह गेट तोड़कर कालोनी से बाहर निकलेंंगे और शेखपोरा बड़गाम और फिर वहां से वीरवान बारामुला स्थित कश्मीरी हिंदू ट्रांजिट कालोनी तक मार्च करेंगे।
बीजेपी की कश्मीर इकाई ने राहत भट्ट और पुलिस कांस्टेबल रियाज अहमद की हत्या के खिलाफ रैली भी निकाली। आतंकियों के खिलाफ 15 मिनट तक कार्यकर्ताओं ने धरना भी दिया। बीजेप नेता अल्ताफ ठाकुर ने कहा कि हताश पाकिस्तान ने एक बार फिर यहां हालात बिगाडऩे का खेल शुरू कर दिया है।