Jammu Kashmir Terror Alert on Eid: जम्मू कश्मीर में इस बार बकरीद मौके पर रौनक नहीं है. राज्य में अभी भी बॉर्डर जिलों पर कर्फ्यू लगा हुआ है और हालात संवेदनशील हैं. विशेष राज्य का दर्जा समाप्त होने के बाद से ही पाकिस्तान लगातार अपने नापाक इरादों को पूरा करने में लगा हुआ है. खुफिया रिपोर्ट के मुताबिक आतंकी संगठन जैश ए मोहम्मद के 6-7 आतंकी कश्मीर में घुस चुके हैं. इन आतंकियों को कश्मीर घाटी में पुलवामा जैसा हमले की जिम्मेदारी दी गई है.
नई दिल्ली. Jammu Kashmir Terror Alert on Eid: जम्मू कश्मीर से आर्टिकल 370 हटने के बाद राज्य में चप्पे-चप्पे पर सुरक्षाबलों के जवान तैनात हैं. आर्टिकल 370 हटने के बाद पहली बार वहां की आवाम बकरीद मनाने के लिए तैयार है. ईद के मौके को देखते हुए राज्य में लगे कर्फ्यू में ढील जी जा रही है, लेकिन जवान घाटी में तैनात जवान हर गतिविधि पर पैनी नजर बनाए हुए हैं. ईद के मौके पर कश्मीर की बड़ी मस्जिदों में एक साथ बड़ी संख्या में नमाज पढ़ने पर प्राशसन की ओर से रोक लगी हुई है. इसी बीच खुफिया जानकारी के अनुसार आशंका है कि आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के 6-7 आतंकी घाटी में घुसपैठ की है और पुलावामा हमले जैसी घटना को अंजाम देने की फिराक में हैं.
जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 हट गया है और आज घाटी की यह पहली बकरीद है. कश्मीर घाटी में कई जगहों से धारा 144 खत्म कर दी गई है और मोबाइल सेवा को शुरू कर दिया गया है. वहीं राज्य के कुछ जिलों जैसे- कश्मीर, पुंछ रजौरी में अभी भी धारा 144 लगी हुई और कर्फ्यू का माहौल बना हुआ है. बकरीद के मौके पर राज्य में लोगों को ईद की नमाज पढ़ने के लिए इजाजत तो दे दी गई है, लेकिन जो कश्मीर की बड़ी मस्जिदे हैं, वहां पर बड़ी संख्या में लोग एक साथ नमाज नहीं पढ़ सकते हैं. राज्य में लद्दाख में सिक्योरिटी अलर्ट जारी किया गया है और कारगिल में इंटरनेट सेवा को अभी भी शुरू नहीं किया जा सका है.
बॉर्डर के इलाकों में सुरक्षाबल कड़ी निगरानी के साथ तैनात हैं. नौशेरा सेक्टर में रह रहे लोगों का कहना है कि वहां पर नेटवर्क सेवा को शुरू नहीं किया गया है और वे अपने रिश्तेदारों से कई दिनों से बात नहीं कर सके हैं. वहीं राजौरी के लोगों का कहना है कि भारत सरकार ने फैसला सही लिया है, लेकिन अभी भी यहां का माहौल ठीक नहीं हुआ है.
अनुच्छेद 370 हटने के बाद जम्मू कश्मीर से विशेष राज्य का दर्जा समाप्त हो चुका है. भारत सरकार के इस कदम के बाद से ही पाकिस्तान बौखला गया है और कश्मीर में माहौल खराब करने की लगातार कोशिश कर रहा है. इस बीच खूफिया जानकारी मिल रही है कि आतंकी संगठन जैश के 6-7 आतंकी राज्य में घुस चुके हैं और पुलवामा जैसा हमले करने की फिराक में हैं. भारतीय एजेंसियों की खुफिया रिपोर्ट के मुताबिक ISI ने हमले के लिए जैश-ए-मोहम्मद के कमांडर असगर रउफ से रावलपिंडी में संपर्क किया गया है. रिपोर्ट में कहा गया है कि ये हमलावर सुसाइड बॉम्बर हैं और सेना की वर्दी में घटना को अंजाम दे सकते हैं. कहा जा रहा है कि आईएसआई ने घाटी में सुधरते हालात को बिगाड़ने के लिए कश्मीर में ये फिदायीन हमलावर भेजे हैं.