नई दिल्लीः जम्मू कश्मीर में सेना के दो वाहनों पर हमला करने वाले आतंकवादियों को दबोचने के लिए बड़े पैमाने पर तलाशी अभियान चलाया जा रहा है। इस हमले में पांच सैनिक बलिदान हो गये थे। जम्मू कश्मीर प्रशासन ने उन तीन लोगों के परिजनों को शनिवार यानी 23 दिसंबर को मुआवजा और नौकरी देने […]
नई दिल्लीः जम्मू कश्मीर में सेना के दो वाहनों पर हमला करने वाले आतंकवादियों को दबोचने के लिए बड़े पैमाने पर तलाशी अभियान चलाया जा रहा है। इस हमले में पांच सैनिक बलिदान हो गये थे। जम्मू कश्मीर प्रशासन ने उन तीन लोगों के परिजनों को शनिवार यानी 23 दिसंबर को मुआवजा और नौकरी देने की घोषणा की, जो पुंछ जिले में मृत पाए गए थे। बता दें कि पुंछ जिले में 27 से 42 वर्ष की आयु के तीन व्यक्ति शुक्रवार को ‘रहस्यमय परिस्थितियों’ में मृत पाए गए थे।
मरने वालों के परिजनों एवं राजनीतिक नेताओं ने आरोप लगाया कि गुरुवार यानी 21 दिसंबर को घात लगा कर हुए हमले के सिलसिले में जिन आठ लोगों को सेना ने पकड़ा था, वे तीनों उनमें शामिल थे। उनका यह भी आरोप है कि चार लोगों को चोटिल किए जाने के बाद एक सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। अधिकारियों ने बताया कि नागरिकों के शवों को शनिवार दोपहर बफ़लियाज़ के कब्रिस्तान में दफनाया गया था।
अधिकारियों ने जानकारी दी कि चूंकि तलाश अभियान जारी है और स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है, इसलिए अधिकारियों ने अफवाह फैलाने वालों को रोकने तथा किसी भी तरह की कानून-व्यवस्था की समस्या को रोकने के लिए एहतियात के तौर पर पुंछ और पड़ोसी राजौरी जिले में मोबाइल इंटरनेट सेवाओं पर रोक लगा दिया है। संघ शासित प्रदेश के जन संपर्क विभाग ने एक पोस्ट में एक्स’ पर लिखा कि पुंछ जिले के बफलियाज में कल तीन लोगों के मारे जाने की सूचना आई। चिकित्सीय कानूनी औपचारिकताएं पूरी की जा चुकी है, और इस मामले में उचित प्राधिकारी द्वारा कानूनी कार्रवाई शुरू की जा चुकी है।