Amit Shah Revoke Article 370 Jammu Kashmir Live Updates: नरेंद्र मोदी सरकार की बड़ी कामयाबी, राज्यसभा से पास हुआ जम्मू-कश्मीर पुनर्गठन बिल, गृह मंत्रालय ने सभी राज्य के डीजीपी और चीफ सेक्रेटरी को दिया निर्देश- सुरक्षा बलों को हाई अलर्ट पर रखें

Amit Shah Revoke Article 370 Jammu Kashmir Live Updates: अमित शाह ने राज्यसभा में एक बड़ा ऐलान किया है. उन्होंने राज्यसभा में संकल्प पेश किया है कि 370 जम्मू-कश्मीर से हटाया जाए. उन्होंने राज्यसभा में एक बयान देते हुए संकल्प पेश किया है कि जम्मू-कश्मीर राज्य से 370 हटा दिया जाए. इसके बाद घाटी में तनाव बढ़ने की संभावना है. इसके मद्देनजर सरकार पहले ही घाटी में सुरक्षा इंतजाम कड़े कर चुकी है. शुक्रवार शाम से ही जम्मू और कश्मीर में सुरक्षा बल तैनात किए जा रहे थे. अर्धसैनिक बलों को ट्रक भरकर श्रीनगर में भेजा गया. कहा गया कि अगले 24 घंटों के भीतर घाटी में सुरक्षा के इंतजाम सख्त होने चाहिए. इसके बाद इलाके से पर्यटकों और अमरनाथ यात्रियों को भी वापस जाने के निर्देश दिए गए थे.

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Amit Shah Revoke Article 370 Jammu Kashmir Live Updates: नरेंद्र मोदी सरकार की बड़ी कामयाबी, राज्यसभा से पास हुआ जम्मू-कश्मीर पुनर्गठन बिल, गृह मंत्रालय ने सभी राज्य के डीजीपी और चीफ सेक्रेटरी को दिया निर्देश- सुरक्षा बलों को हाई अलर्ट पर रखें

Aanchal Pandey

  • August 5, 2019 10:18 am Asia/KolkataIST, Updated 5 years ago

श्रीनगर. राज्यसभा में गृह मंत्री अमित शाह ने जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 को हटाने का संकल्प पेश किया है. सरकार ने 370 को हटाने के लिए कदम बढ़ाया है. हालांकि ये केवल संकल्प है. अभी इसके हटाने के लिए कोई बिल पेश नहीं किया गया है. वहीं अमित शाह द्वारा पेश किए गए एक प्रस्ताव में कहा गया है कि लद्दाख और जम्मू-कश्मीर को अलग-अलग केंद्र शासित राज्य बनाया जाएगा. हालांकि कश्मीर के बड़े नेता इस संशोधन बिल के खिलाफ हैं. सरकार ने तनाव को रोकने के लिए बिल पेश करने से पहले बड़े कदम उठा लिए थे.

वहीं जम्मू और कश्मीर सरकार में जारी सुरक्षा सलाह के बाद शुक्रवार को अमरनाथ यात्रा के पर्यटकों और तीर्थयात्रियों को तीर्थयात्रा पर जाने से रोक दिया गया था. जम्मू और कश्मीर में जाने वाले पर्यटकों और अमरनाथ यात्रा के तीर्थयात्रियों ने शनिवार को कश्मीर घाटी छोड़ना शुरू कर दिया था. हालांकि जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने कहा कि घबराने की जरूरत नहीं है. शुक्रवार से शुरू कश्मीर से पर्यटकों का निकलना शनिवार को भी जारी रहा. वहीं सरकार ने रविवार से श्रीनगर में धारा 144 के तहत प्रतिबंध लगा दिए. इस बीच देर रात रविवार को जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्रियों उमर अब्दुल्ला और महबूबा मुफ्ती को नजरबंद कर दिया गया है. जम्मू क्षेत्र में कुल 30,000 बल तैनात किए गए हैं. राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने डीजीपी मुख्य सचिव के साथ श्रीनगर स्थित अपने आवास पर एक आपात बैठक बुलाई थी.

एक ओर पर्यटकों और अमरनाथ यात्रियों का कश्मीर से निकाला जाना पाकिस्तान के हमलों से जोड़ा जा रहा है तो दूसरी ओर इसे आज राज्यसभा में पेश होने वाले जम्मू-कश्मीर आरक्षण संशोधन बिल से जोड़ा जा रहा था. आज राज्यसभा में नरेंद्र मोदी सरकार के गृह मंत्री अमित शाह जम्मू-कश्मीर आरक्षण अधिनियम 2004 के संशोधन बिल को पेश करेगी.

पढ़ें Cabinet Meeting On Jammu Kashmir Tension Live Updates:

शाम 6.30 बजे- राज्यसभा से पास हुआ जम्मू-कश्मीर पुनर्गठन बिल, 2019

दोपहर 3.07 बजे- सोमवार को कश्मीर घाटी से विस्थापित हुए हिंदू पंडितों ने जम्मू-कश्मीर को विशेष दर्जा देने वाले संविधान के अनुच्छेद 370 को रद्द करने के फैसले की सराहना की और कहा कि उन्हें उम्मीद है कि इससे उन्हें अपने खोए हुए घरों में लौटने में मदद मिलेगी.

दोपहर 3 बजे- एनएसए अजीत डोभाल के आज कश्मीर घाटी का दौरा करने की संभावनाएं हैं. हालांकि कई जगह खबरें हैं कि वो कल जम्मू-कश्मीर के दौरे पर जा सकते हैं. उनके साथ अन्य वरिष्ठ सुरक्षा अधिकारी भी जमीनी हालात की समीक्षा करने के लिए जाएंगे. एनएसए डोभाल ने अनुच्छेद 370 को रद्द करने के फैसले के कार्यान्वयन से पहले जुलाई के अंतिम सप्ताह में श्रीनगर का दौरा किया था.

दोपहर 2.53 बजे- बीजेपी नेता विजय रुपानी ने ट्वीट कर कहा, कश्मीर भारत का मुकुट है और आज का ऐतिहासिक दिन भारत के स्वर्णिम इतिहास का एक महत्वपूर्ण अध्याय बनेगा. यह निर्णय निश्चय ही श्यामा प्रसाद मुखर्जी जी को एक सच्ची श्रद्धांजलि है. भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह जी को जम्मू-कश्मीर से धारा 370 को हटाने के ऐतिहासिक और साहसिक निर्णय के लिए अभिनंदन.

दोपहर 2.46 बजे- राज्यसभा में कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद ने कहा, शर्मनाक है कि आपने जम्मू-कश्मीर में उपराज्यपाल बनाकर उसे एक गैर इकाई में बदल दिया गया है, ताकि आप यहां (दिल्ली) में बैठकर चपरासी या क्लर्क की भी नियुक्त कर सकें.

दोपहर 2.39 बजे- अनुच्छेद 370 पर संविधान विशेषज्ञ सुभाष कश्यप ने कहा, मैं केवल यह कह सकता हूं कि संवैधानिक रूप से यह सही है. इसमें कोई कानूनी और संवैधानिक दोष नहीं पाया जा सकता है. सरकार ने मामले का सावधानीपूर्वक अध्ययन किया है. अगर यह एक राजनीतिक निर्णय है, तो मुझे उस पर कुछ नहीं कहना है.

दोपहर 2.32 बजे- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा जम्मू-कश्मीर से 370 हटाए जाने के बाद भारत में खुशियां मनाई जा रही हैं तो पाकिस्तान में कोहराम सा मच गया है. इमरान खान सरकार ने सांसदों की इमरजेंसी मीटिंग बुलाई है.

दोपहर 2.25 बजे- आरएसएस ने जम्मू-कश्मीर से 370 हटने पर कहा, सरकार के साहसपूर्ण कदम का हम हार्दिक अभिनंदन करते हैं. यह जम्मू-कश्मीर सहित पूरे देश के हित के लिए अत्यधिक आवश्यक था. सभी को अपने स्वार्थों एवं राजनीतिक भेदों से ऊपर उठकर इस पहल का स्वागत और समर्थन करना चाहिये.

दोपहर 2.18 बजे- धारा 370 पर पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय का बयान आया है. उन्होंने कहा, इस अंतरराष्ट्रीय विवाद के पक्ष में, पाकिस्तान अवैध कदमों का मुकाबला करने के लिए सभी संभावित विकल्पों का प्रयोग करेगा. पाकिस्तान ने कश्मीर के प्रति अपनी प्रतिबद्धता की फिर से पुष्टि की.

दोपहर 2.16 बजे- गृह मंत्रालय ने सभी राज्यों/ संघ राज्य क्षेत्रों और पुलिस आयुक्तों, दिल्ली के मुख्य सचिवों और निदेशक जनरलों (डीजीपी) के लिए एक आदेश जारी किया है कि सभी राज्यों में सुरक्षा बलों और कानून प्रवर्तन एजेंसियों को तत्काल निर्देश जारी किए जाएं और उन्हें हाई अलर्ट पर रखा जाए. जम्मू और कश्मीर के निवासियों और विशेष रूप से देश के विभिन्न हिस्सों में छात्रों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए विशेष रूप से ध्यान देने का अनुरोध किया जाता है.

दोपहर 2.09 बजे- केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह द्वारा जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 को हटाने के बाद मुंबई में शिवसेना के कार्यकर्ताओं ने मिठाई बांटी. देशभर में लोग 370 हटने को लेकर खुशी मना रहे हैं.

दोपहर 2.02 बजे- राज्य सभा में माकपा नेता टीके रंगराजन ने कहा, यह काला दिन है. भाजपा सरकार ने भारतीय संविधान का बलात्कार किया है. उन्होंने जम्मू-कश्मीर-लद्दाख के लोगों से सलाह नहीं ली. उन्होंने विधानसभा भंग कर दी, ये कोई चुनाव नहीं कराना चाहते. वहां सेना के 35000 लोगों को लाया गया है. आप एक और फिलिस्तीन बना रहे हैं.

दोपहर 1.55 बजे- डीएमके अध्यक्ष, एमके स्टालिन ने कहा, जम्मू और कश्मीर के लोगों से परामर्श किए बिना, अनुच्छेद 370 को हटा दिया गया है. लोकतंत्र की हत्या हुई है. अन्नाद्रमुक भी उस फैसले का समर्थन कर रहा है जो निंदनीय है.

दोपहर 1.48 बजे- कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद ने कहा, एक सीमावर्ती राज्य, जो सांस्कृतिक, भौगोलिक रूप से, ऐतिहासिक और राजनीतिक रूप से अलग था, धारा 370 द्वारा एक साथ बंधे थे. सत्ता के नशे में और वोट पाने के लिए, भाजपा सरकार ने 3-4 चीजें बिखेर दीं. उन्होंने देश का सिर काट दिया है. राजनीतिक दल जम्मू और कश्मीर के साथ लड़ेंगे और खड़े रहेंगे.

दोपहर 1.40 बजे- राकांपा नेता शरद पवार ने कहा, मुझे लगता है कि भारत सरकार को पहले घाटी के नेताओं को विश्वास में लेना चाहिए था, जो दुर्भाग्य से सरकार ने नहीं किया और फिर उन्हें 370 को रद्द करने के लिए फैसला लेना चाहिए था.

दोपहर 1.33 बजे- सरकार द्वारा अनुच्छेद 370 को हटाए जाने के बाद देश के विभिन्न हिस्सों में खुशी मनाई जा रही है. कई विपक्ष पार्टियों ने सरकार का जम्मू-कश्मीर से 370 हटाने पर समर्थन किया है.

दोपहर 1.26 बजे- विधेयक पर पूर्व अटॉर्नी जनरल सोली सोराबजी ने अनुच्छेद 370 को रद्द करने को कहा, मुझे नहीं लगता कि यहां कोई क्रांतिकारी है. यह एक राजनीतिक निर्णय है, हालांकि यह एक बुद्धिमान निर्णय नहीं है.

दोपहर 1.19 बजे- राज्यसभा में एमडीएमके नेता वाइको ने कहा, आपने कश्मीर के लोगों की भावनाओं के साथ खेला है. जब अतिरिक्त सेना के जवान वहां तैनात किए गए तो मुझे चिंता हुई. कश्मीर कोसोवो, पूर्वी तिमोर और दक्षिण सूडान नहीं बनना चाहिए. मैं इस विधेयक (अनुच्छेद 370) का विरोध कर रहा हूं. यह शर्म, शर्म, शर्म का दिन है … यह लोकतंत्र की हत्या है.

दोपहर 1.10 बजे- आम आदमी पार्टी के नेता और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा, हम जम्मू-कश्मीर के अपने फैसलों पर सरकार का समर्थन करते हैं. हमें उम्मीद है कि इससे राज्य में शांति और विकास होगा.

दोपहर 1.03 बजे- राज्यसभा में शिवसेना के संजय राउत ने कहा, आज जम्मू और कश्मीर लिया है. कल बलूचिस्तान, पीओके लेंगे. मुझे विश्वास है देश के पीएम अखंड हिंदुस्तान का सपना पूरा करेंगे.

दोपहर 12.58 बजे- अनुच्छेद 370 और भारत सरकार द्वारा घोषित अन्य निर्णयों के बाद भारतीय सेना और भारतीय वायु सेना को हाई अलर्ट पर रखा गया है. 8,000 के करीब अर्धसैनिक बलों को उत्तर प्रदेश, ओडिशा, असम और देश के अन्य हिस्सों से एयरलिफ्ट करके कश्मीर घाटी में लाकर स्थानांतरित किया गया.

दोपहर 12.50 बजे- राज्यसभा में अन्नाद्रमुक सांसद ए नवनीतकृष्णन ने कहा, अम्मा संप्रभुता और अखंडता को बनाए रखने के लिए जानी जाती हैं. इसलिए अन्नाद्रमुक पार्टी दो प्रस्तावों, पुनर्गठन विधेयक और आरक्षण विधेयक का समर्थन करती है.

दोपहर 12.46 बजे- बीजेडी के सांसद, राज्यसभा में प्रसन्न आचार्य ने कहा, वास्तविक अर्थों में, आज जम्मू और कश्मीर भारत का हिस्सा बन गया है. मेरी पार्टी इस संकल्प का समर्थन करती है. हम एक क्षेत्रीय पार्टी हैं लेकिन हमारे लिए राष्ट्र पहले है.

दोपहर 12.43 बजे- महबूबा मुफ्ती ने कहा, जम्मू और कश्मीर को भारत के अधीन आकर क्या मिला? सांप्रदायिक लाइनों के तहत एक और विभाजन? हमारी विशेष स्थिति हमारे लिए सबसे अच्छा उपहार नहीं है. ये हक संसद की एक गारंटी है. जम्मू और कश्मीर नेतृत्व और भारत द्वारा एक अनुबंध किया गया. आज उसी अनुबंध का उल्लंघन किया गया है.

दोपहर 12.36 बजे- भारत सरकार द्वारा घोषित अनुच्छेद 370 और अन्य फैसलों को रद्द करने पर, नेशनल कॉन्फ्रेंस के उपाध्यक्ष और जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला का बयान आ गया है. उन्होंने इसका विरोध किया है.

दोपहर 12.34 बजे- 8,000 के करीब अर्धसैनिक बलों को उत्तर प्रदेश, ओडिशा, असम और देश के अन्य हिस्सों से एयरलिफ्ट करके कश्मीर घाटी में लाकर स्थानांतरित किया गया. ट्रूप्स इंडक्शन अभी भी चल रहा है.

दोपहर 12.33 बजे- जद(यू) नेता केसी त्यागी ने कहा, हमारे प्रमुख नीतीश कुमार जेपी नारायण, राम मनोहर लोहिया और जॉर्ज फर्नांडीस की परंपरा को आगे बढ़ा रहे हैं. इसलिए हमारी पार्टी आज राज्यसभा में पेश विधेयक का समर्थन नहीं कर रही है. हमारी अलग सोच है. हम चाहते हैं कि धारा 370 को निरस्त न किया जाए.

दोपहर 12.24 बजे- गृह मंत्री अमित शाह ने कहा, यह पहली बार नहीं है, 1952 और 1962 में कांग्रेस ने इसी तरह की प्रक्रिया के जरिए धारा 370 में संशोधन किया. इसलिए विरोध करने के बजाय कृपया मुझे बोलने दें और चर्चा करें, आपके सभी संदेह और गलतफहमी दूर हो जाएंगी, मैं आपके सभी सवालों का जवाब देने के लिए तैयार हूं.

दोपहर 12.20 बजे- पीडीपी सांसद मीर मोहम्मद फैयाज द्वारा आज राज्यसभा में फाड़े गए भारतीय संविधान की प्रति. राज्यसभा के सभापति एम वेंकैया नायडू ने उन्हें इस घटना के बाद सदन छोड़ने का निर्देश दिया. इसके बाद एमएम फैयाज ने विरोध में अपना कुर्ता फाड़ दिया.

दोपहर 12.18 बजे- लद्दाख के बीजेपी सांसद जमया सेरिंग नामग्याल ने कहा, मैं लद्दाख में सभी की ओर से विधेयक का स्वागत करता हूं. वहां के लोग चाहते थे कि यह क्षेत्र केंद्र शासित प्रदेश हो. लद्दाख के लोग चाहते थे कि इस क्षेत्र को कश्मीर के प्रभुत्व और भेदभाव से मुक्त किया जाए, जो आज हो रहा है.

दोपहर 12.17 बजे- पूर्व मुख्यमंत्री और पीडीपी नेता महबूबा मुफ्ती ने केंद्र सरकार के फैसले पर कहा, आज भारतीय लोकतंत्र में सबसे काला दिन है. जम्मू और कश्मीर में 370 हटाना 1947 के 2 राष्ट्र सिद्धांत के निर्णय के खिलाफ है. भारत सरकार की धारा 370 को रद्द करने का एकतरफा निर्णय गैरकानूनी और असंवैधानिक है जो भारत को जम्मू-कश्मीर में एक व्यावसायिक शक्ति बना देगा.

दोपहर 12.16 बजे- बसपा सांसद, सतीश चंद्र मिश्रा ने राज्यसभा में कहा, हमारी पार्टी इस मामले में पूरा समर्थन देगी. हम चाहते हैं कि विधेयक पारित हो. हमारी पार्टी धारा 370 विधेयक और अन्य विधेयक का कोई विरोध नहीं व्यक्त कर रही है.

दोपहर 12.09 बजे- पीडीपी के आरएस सांसदों नजीर अहमद लावे और एमएम फैयाज ने अनुच्छेद 370 को जम्मू-कश्मीर से हटाए जाने के राज्यसभा में किए गए गृह मंत्री अमित शाह के संकल्प का विरोध किया. संसद परिसर में विरोध प्रदर्शन के बाद 2 पीडीपी सांसदों को संविधान को फाड़ने का प्रयास करने के बाद सदन से बाहर जाने के लिए कहा गया. एमएम फैयाज ने भी विरोध में अपना कुर्ता फाड़ दिया.

दोपहर 12.02 बजे- गृह मंत्री अमित शाह ने राज्य सभा में अपने बयान के बाद कहा कि, आर्टिकल 370 हटाने में एक सेकेंड की भी देरी नहीं करनी चाहिए. उन्होंने कहा, अनुच्छेद 370 के तहत तीन परिवारों ने जम्मू-कश्मीर को लूट लिया. विपक्ष के नेता, जीएन आजाद ने कहा कि अनुच्छेद 370 भारत से जम्मू-कश्मीर से जुड़ा है, यह सच नहीं है. महाराजा हरि सिंह ने 27 अक्टूबर 1947 को जे एंड के इंस्ट्रूमेंट ऑफ एक्सेसेशन पर हस्ताक्षर किए. 370 अनुच्छेद साल 1954 में आया.

सुबह 11.55 बजे- कांग्रेस के जीएन आजाद ने कहा, मैं 2-3 सांसदों (पीडीपी के मीर फैयाज और नजीर अहमद लावे जिन्होंने संविधान को फाड़ने का प्रयास किया) के कृत्य की कड़ी निंदा करता हूं. हम भारत के संविधान के साथ खड़े हैं. हम हिंदुस्तान के संविधान की रक्षा के लिए जान की बाजी लगा देंगे, लेकिन आज भाजपा ने संविधान की हत्या कर दी है.

सुबह 11.48 बजे- राज्यसभा के सभापति वेंकैया नायडू के अनुसार, पीडीपी के मीर फैयाज और नजीर अहमद लावे को संविधान को फाड़ने के प्रयास के बाद सदन से बाहर जाने के लिए कहा गया. विपक्ष ने केंद्र सरकार के जम्मू-कश्मीर से 370 हटाने के संकल्प का विरोध किया है.

सुबह 11.41 बजे- गृह मंत्री अमित शाह द्वारा हस्ताक्षरित प्रस्ताव में कहा गया है कि लद्दाख के लोगों की लंबे समय से मांग है कि इसे केंद्र शासित प्रदेश का दर्जा दिया जाए ताकि वे अपनी आकांक्षाओं को साकार कर सकें.

सुबह 11.34 बजे- सरकार ने लद्दाख को एक अलग केंद्र शासित प्रदेश और जम्मू-कश्मीर को एक अलग केंद्र शासित प्रदेश बनाने का प्रस्ताव दिया है. गृह मंत्री अमित शाह द्वारा जारी एक पत्र में कहा गया है कि जम्मू और कश्मीर विधानसभा के साथ एक केंद्र शासित प्रदेश होगा और लद्दाख बिना विधानसभा के केंद्र शासित प्रदेश होगा.

सुबह 11.27 बजे- राष्ट्रपति का ऑर्डर जारी किया गया है कि जम्मू-कश्मीर से 370 हटाए जाने के साथ उसमें से कौन से प्रोविजन को हटाया जाए. बता दें कि 370 के तहत 35ए को हटाने के लिए भी बड़ी कार्रवाई की जा सकती है. राष्ट्रपति की हामी के बाद अनुच्छेद 370 के तहत सभी विनियमन लागू नहीं होंगे.

सुबह 11.20 बजे- केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने राज्यसभा में जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 को हटाने का संकल्प पेश किया है. गृह मंत्री अमित शाह के जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 को हटाने के प्रस्ताव के बाद राज्यसभा में हंगामा हो गया.

सुबह 11.17 बजे- केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने राज्यसभा में कहा, मैं विपक्ष के नेता, पूरे विपक्ष और कश्मीर मुद्दे पर सत्तारूढ़ दल के सदस्यों के साथ चर्चा के लिए तैयार हूं. मैं सभी सवालों के जवाब देने के लिए तैयार हूं.

सुबह 11.15 बजे- केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने आज सुबह 11 बजे राज्यसभा में कश्मीर पर बयान देना शुरू किया. इसे यहां लाइव देख सकते हैं.

सुबह 11.14 बजे- राज्यसभा में कांग्रेस मंत्री गुलाम नबी आजाद ने कहा, पूरी घाटी में कर्फ्यू लगा हुआ है, तीन पूर्व मुख्यमंत्रियों सहित राजनीतिक नेता घर में नजरबंद हैं. राज्य में युद्ध जैसी स्थिति है, इसलिए इस पर प्राथमिकता से चर्चा होनी चाहिए.

सुबह 11.07 बजे- दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी संसद पहुंच गए हैं. अपने आवास पर कैबिनेट बैठक के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी संसद पहुंच गए हैं. उनके अलावा रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह भी संसद पहुंचे हैं. आज राज्यसभा में अमित शाह बयान देंगे. संभावना है कि गृह मंत्री अमित शाह जम्मू और कश्मीर आरक्षण आधिनियम 2004 संशोधन बिल पेश कर सकते हैं.

सुबह 11 बजे- जम्मू के विक्रम चौक की वीडियो सोशल मीडिया पर आई है. शहर में सुरक्षा कड़ी कर दी गई है. सरकार ने जम्मू-कश्मीर में धआरा 144 लागू कर दी है. साथ ही पूर्व मुख्यमंत्रियों उमर अब्दुल्ला और महबूबा मुफ्ती को नजरबंद कर दिया गया है. जम्मू क्षेत्र में कुल 30,000 बल तैनात किए गए हैं.

सुबह 10.53 बजे- 7 लोक कल्याण मार्ग स्थित प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आवास पर केंद्रीय मंत्रिमंडल की बैठक खत्म होने के बाद कोई प्रेस वार्ता नहीं की गई. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह राज्यसभा में बयान देंगे. पहले दोनों सदनों में अमित शाह बयान देने वाले थे. हालांकि अब कहा गया है कि लोकसभा में वो बयान नहीं देंगे.

सुबह 10.46 बजे- सरकार ने राज्यसभा से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आवास पर कैबिनेट बैठक की. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह भी बैठक में मौजूद रहे. अमित शाह कैबिनेट बैठक के बाद संसद पहुंच चुके हैं. वह राज्यसभा में सुबह 11 बजे और लोकसभा में आज दोपहर 12 बजे बयान देंगे. इसी के बाद साफ होगा कि क्यों सरकार ने कश्मीर में इतने बड़े कदम उठाए हैं.

सुबह 10.39 बजे- कांग्रेस ने सरकार से जम्मू-कश्मीर में संकट पैदा करने वाले किसी भी फैसले को नहीं लेने का आग्रह किया है और कहा है कि राज्य को दी जाने वाली संवैधानिक गारंटी को बनाए रखना सुनिश्चित करें. साथ ही संसद भवन में विपक्ष दलों की बैठक हुई.

सुबह 10.32 बजे- रविवार देर रात पूर्व मुख्यमंत्रियों उमर अब्दुल्ला और महबूबा मुफ्ती को नजरबंद कर दिया गया है. प्रतिबंधों के मद्देनजर उन्हें अपने घर से बाहर जाने की अनुमति नहीं दी जाएगी, जबकि कांग्रेस नेता उस्मान माजिद और माकपा विधायक एम वाई तारिगामी ने आधी रात के आसपास गिरफ्तारी का दावा किया हैय

सुबह 10.25 बजे- पूरे कश्मीर में धारा 144 लागू करने और कर्फ्यू के हालात हैं. हालांकि बिना किसी तनाव के धारा 144 लागू कर दी गई है. इसका कारण राज्यसभा में पेश होने वाले बिल को बताया जा रहा है. हालांकि अभी साफ नहीं है कि क्यों सरकार ने बिना किसी कारण घाटी में सुरक्षा के इंतजाम बढ़ाए हैं?

सुबह 10.18 बजे- जम्मू और कश्मीर राज्य में पिछले सप्ताह आतंक की स्थिति पैदा हो गई थी. इसके बाद सरकार ने सुरक्षा उपायों के तहत राज्य में 280 कंपनियों को तैनात करने का आदेश दिया था. इसके बाद अमरनाथ यात्रा पर रोक लगाई गई और राज्य प्रशासन द्वारा जारी की गई एडवाइजरी में अमरनाथ यात्रा के तीर्थयात्रियों और पर्यटकों को कश्मीर को जल्द से जल्द छोड़ने के लिए कहा गया.

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