Jammu & Kashmir: श्रीनगर। जम्मू कश्मीर में निर्वाचन आयोग द्वारा बाहरी लोगों को वोट देने के अधिकार को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री और पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी की अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने केंद्र सरकार पर जमकर निशाना साधा है। मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा कि बीजेपी चोर दरवाजे के जरिए राज्य में सत्ता हासिल करना […]
श्रीनगर। जम्मू कश्मीर में निर्वाचन आयोग द्वारा बाहरी लोगों को वोट देने के अधिकार को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री और पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी की अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने केंद्र सरकार पर जमकर निशाना साधा है। मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा कि बीजेपी चोर दरवाजे के जरिए राज्य में सत्ता हासिल करना चाहती है।
पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने कहा कि मैं मुल्क के लोगों को बताना चाहती हूं कि बीजेपी ने यहां के संविधान को अधिनस्त करने का जो तरीका अपनाया उससे इन्होंने केवल हमारा संविधान और झंडा नहीं छीना बल्कि अगली बारी आपकी है। 2019 के बाद इन्होंने गैर-कानूनी तरीके से हमसे हमारा 370, संविधान और झंडा छीना है।
पूर्व मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि अगर इनमें हिम्मत होती तो संसद के जरिए करते, मैं उसको कानूनी मानती। 2024 के लोकसभा चुनाव के बाद ये देश के संविधान को भी खत्म करेंगे और मुल्क के झंडे को भगवा झंडे में लहरा देंगे। ये इस राष्ट्र को बीजेपी राष्ट्र बनाना चाहते हैं।
जम्मू-कश्मीर के मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने मीडिया से बात करते हुए बताया कि एक जनवरी, 2019 के बाद पहली बार मतदाता सूची का विशेष सारांश संशोधन हो रहा है। इसीलिए हम मतदाता सूची में बड़े पैमाने पर बदलाव की उम्मीद कर रहे हैं। जिसकी वजह है कि पिछले तीन वर्षों के दौरान बड़ी संख्या में युवाओं ने 18 या 18 वर्ष से अधिक की आयु प्राप्त कर ली है।
केंद्र शासित प्रदेश के मुख्य निर्वाचन अधिकारी के अनुसार जम्मू-कश्मीर में इस वक्त 18 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के करीब 98 लाख लोग हैं। लेकिन अंतिम मतदाता सूची के अनुसार सूचीबद्ध मतदाताओं की कुल संख्या 76 लाख है। कुमार ने बताया कि मतदाता सूची में शामिल होने के लिए किसी भी व्यक्ति के पास जम्मू-कश्मीर का अधिवास प्रमाण पत्र होना आवश्यक नहीं है। उन्होंने कहा कि 600 नए मतदान केंद्र जोड़े गए हैं और अब जम्मू-कश्मीर में कुल मतदान केंद्रों की संख्या 11,370 हो गई है।
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