श्रीनगर, जम्मू कश्मीर में पिछले कई दिनों से टारगेट किलिंग का दौर चरम पर देखने को मिल रहा है, एक बार फिर आतंकी चुन-चुन कर कश्मीरी पंडित, बाहरी निवासी और मजदूरों को निशाने पर ले रहे हैं. इस तनावपूर्ण माहौल के बीच कश्मीरी पंडितों ने अब हर साल आयोजित होने वाले खीर भवानी मेले में […]
श्रीनगर, जम्मू कश्मीर में पिछले कई दिनों से टारगेट किलिंग का दौर चरम पर देखने को मिल रहा है, एक बार फिर आतंकी चुन-चुन कर कश्मीरी पंडित, बाहरी निवासी और मजदूरों को निशाने पर ले रहे हैं. इस तनावपूर्ण माहौल के बीच कश्मीरी पंडितों ने अब हर साल आयोजित होने वाले खीर भवानी मेले में नहीं जाने का फैसला लिया है. माता खीर भवानी ट्रस्ट ने एक चिट्ठी जारी करते हुए इस बात की जानकारी दी है.
बता दें घाटी में इस समय आतंकियों की कायराना हरकतें थमने का नाम ही नहीं ले रही हैं. माता खीर भवानी ट्रस्ट की ओर से जारी की गई चिट्ठी में अपील की गई है कि सभी कश्मीरी पंडित इस समय एकजुट रहे और टारगेट किलिंग का विरोध करें. इसी कड़ी में उनसे कहा गया है कि वे हर साल आयोजित होने वाले खीर भवानी मेले में न जाएं, साथ ही घाटी में कश्मीरी पंडितों के लिए लड़ने वाले सामाजिक कार्यकर्ताओं से भी इस साल मेले के बहिष्कार करने की अपील की गई है.
बता दें कि सात जून को इस मेले का आयोजन किया जाएगा, कश्मीरी पंडितों के लिए ये मेला किसी त्योहार से कम नहीं होता है और बड़ी संख्या में कश्मीरी पंडित हर साल इस मेले में आते हैं.
कुलगाम के गोपालपुरा में मंगलवार को एक पंडित शिक्षक महिला को संदिग्ध आतंकियों ने गोली मार दी. गोली लगने के बाद शिक्षक महिला को इलाज के लिए अस्पताल ले गए, लेकिन अस्पताल में शिक्षक महिला ने दम तोड़ दिया. इस घटना के बाद सुरक्षा बलों ने पूरे इलाके की घेराबंदी करके आतंकियों की तलाश अभियान चलाया जा रहा है.
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