नई दिल्लीः अकसर अपने बयानों की वजह से चर्चा में रहने वाले नेशनल कांफ्रेस के नेता फारुख अबदुल्लाह ने एक बार फिर से सरकार पर भड़कते हुए अजीबो – गरीब बयान दे दिया है। वो इतने नाराज थे उन्होंने जम्मू कश्मीर के जहन्नुम में जाने तक की बात कह डाली। इस दौरान वो गुस्से में […]
नई दिल्लीः अकसर अपने बयानों की वजह से चर्चा में रहने वाले नेशनल कांफ्रेस के नेता फारुख अबदुल्लाह ने एक बार फिर से सरकार पर भड़कते हुए अजीबो – गरीब बयान दे दिया है। वो इतने नाराज थे उन्होंने जम्मू कश्मीर के जहन्नुम में जाने तक की बात कह डाली। इस दौरान वो गुस्से में दिखाई दिए। साथ ही उन्होंने कहा कि जम्मू कश्मीर को लोग जहन्नुम में ही ले गए है। उन्होंने कहा कि ऐसे कैसे लोगों के दिल जीते जाएंगे, जब ऐसे काम किए जाएंगे तो वहां के लोग आपसे और दूर चले गए।
एक अन्य कार्यक्रम में बोलते हुए फारूक अब्दुल्ला 1962 में चीन द्वारा लद्दाख के क्षेत्रों पर कब्जे का भी मु्द्दा जोर – शोर से उठाया था। उन्होंने कहा कि हिंदुस्तान भी उस वक्त चुप रहा जब चीन ने कब्जा कर लिया। क्योंकि हम उस वक्त चीन के बहुत पास थे। पंचशील भी चल रहा था। उन्होंने कहा कि आज अमेरिका को बाइडेन नहीं चला रहे हैं। कोई भी राष्ट्रपति अमेरिका में नहीं जीत सकता जब तक यहूदी उसका साथ नहीं देंगे।
बता दें कि संसद के शीतकालीन सत्र में इस वक्त जम्मू-कश्मीर के वर्तमान हालात और ऐतिहासिक गलतियों को लेकर सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच तीखी बहस देखने को मिल रही है। नरेंद्र मोदी सरकार ने हाल ही में संसद में जम्मू और कश्मीर आरक्षण (संशोधन) विधेयक, 2023 और जम्मू और कश्मीर पुनर्गठन विधेयक, 2023 भी पेश किया है। इसके साथ ही उच्चतम न्यायालय ने भी बड़ा फैसला देते हुए जम्मू-कश्मीर से 370 हटाए जाने को वैध बताया है। हालांकि, इस बीच मंगलवार यानी 12 दिसंबर को वरिष्ठ नेता फारूक अब्दुल्ला इतने नाराज दिखे कि उन्होंने जम्मू-कश्मीर के जहन्नुम में जाने तक की बात कह दी। इसके अलावा एक अन्य कार्यक्रम में फारूक ने 1962 में लद्दाख के क्षेत्र पर चीनी कब्जे पर भी अपनी बात रखी।