नई दिल्लीः राजौरी में तीन नागरिकों की मौत में सेना ने बड़ा एक्शन लिया है। एक ब्रिगेडियर रैंक के अधिकारी को छुट्टी पर भेज दिया गया है। साथ ही उनको जम्मू कश्मीर से ट्रांसफर कर दिया गया है। बता दें कि पुंछ जिले में धत्यार मोड़ के पास 21 दिसंबर की दोपहर भारी हथियार से […]
नई दिल्लीः राजौरी में तीन नागरिकों की मौत में सेना ने बड़ा एक्शन लिया है। एक ब्रिगेडियर रैंक के अधिकारी को छुट्टी पर भेज दिया गया है। साथ ही उनको जम्मू कश्मीर से ट्रांसफर कर दिया गया है। बता दें कि पुंछ जिले में धत्यार मोड़ के पास 21 दिसंबर की दोपहर भारी हथियार से लैस आतंकवादियों ने सेना की दो गाड़ियों पर हमला कर दिया था। इस हमले में भारतीय सेना के 4 जवान शहीद हो गए थे। साथ ही 3 लोग घायल हुए थे। इस हमले की जिम्मेदारी जैश – ए- मोहम्मद से संबंध रखने वाले पीपुल्स एंटी-फासिस्ट फ्रंट ने ली थी।
आतंकी हमले के दो दिन बाद पुंछ में तीन नागरिकों की मौत संदिग्ध परिस्थितियों में हो गई थी। वहीं स्थानिय प्रशासन ने घटना पर दुख व्यक्त करते हुए मृतक के परिजनों को मुआवजे और अनुकंपा पर नियुक्ति देने का ऐलान किया था। साथ ही भारतीय सेना ने कहा था कि मामले की जांच की जा रही है। सेना जांच में अपना पूरा सहयोग करेगी। बता दें कि सुरक्षाबलों ने आतंकियों की तलाश में राजौरी और पुंछ सेक्टर लगातार 6 दिन से हवाई निगरानी और गहन जमीनी तलाशी अभियान चला रखा है। खासकर डेरा की गली और बफलियाज क्षेत्र में।
सूत्रों के मुताबिक मृतकों के परिवार के आरोपों के बीच नागरिकों की मौत मामले में सेना अनुशासनात्मक कार्रवाई कर रही है। इसी बीच सेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे सोमवार यानी 25 दिसंबर को जम्मू कश्मीर के दौरे पर पहुंचे हैं। उन्होंने नगरोटा में व्हाइट हाउस नाइट कॉप्रस मुख्यालय में एक महत्वपूर्ण सुरक्षा बैठक की। वह आशांति वाले इलाके का भी दौरा करेंगे। सेना प्रमुख को 16 कॉप्रस और राष्ट्रीय राइफल्स ने आतंकवाद विरोधी अभियानों की वर्तमान स्थिति और क्षेत्र में आतंकवाद विरोधी ढांचे को मजबूत करने के बारे में पर्याप्त जानकारी दी।