नई दिल्लीः जम्मू कश्मीर के बारामूला में आतंकवादियों ने एक बार फिर गोलीबारी की घटना को अंजाम दिया है। आतंकवादियों ने गेंटमुल्ला शीरी बारामूला में एक रिटायर्ड पुलिस अधिकारी मोहम्मद शफ़ी पर मस्जिद में अज़ान पढ़ते समय गोलीबारी की घटना को अंजाम दिया। उस घटना में उनकी मृत्यु हो गई। ये सूचना जम्मू कश्मीर पुलिस […]
नई दिल्लीः जम्मू कश्मीर के बारामूला में आतंकवादियों ने एक बार फिर गोलीबारी की घटना को अंजाम दिया है। आतंकवादियों ने गेंटमुल्ला शीरी बारामूला में एक रिटायर्ड पुलिस अधिकारी मोहम्मद शफ़ी पर मस्जिद में अज़ान पढ़ते समय गोलीबारी की घटना को अंजाम दिया। उस घटना में उनकी मृत्यु हो गई। ये सूचना जम्मू कश्मीर पुलिस ने दी है। हालांकि आतंकियों की तलाश अभी जारी है। बताया जा रहा है कि आतंकी जंगल में छुपे हो सकते हैं।
जम्मू के सीमावर्ती अखनूर सेक्टर के खौड़ क्षेत्र में शुक्रवार रात को पाकिस्तानी सेना ने पाकिस्तान की नडाला पोस्ट के पास से भारतीय क्षेत्र में घुसपैठ करवाने का प्रयास किया। इसे भारतीय सेना के मुस्तैद जवानों ने विफल कर दिया है। सेना के मुताबिक इस दौरान दो घुसपैठियों को मार गिराया गया। हालांकि, उनके साथी भागते वक्त शवों को भी घसीट ले गए।
सेना से मिली सूचना के मुताबिक 22 दिसंबर की रात को सेना ने अपने निगरानी उपकरणों के माध्यम से चार घुसपैठियों की संदिग्ध गतिविधि देखी, जो भारतीय क्षेत्र की तरफ बढ़ रहे थे। इस पर सेना की तरफ से पहले चेतावनी दी गई। जब घुसपैठिये नहीं थामे तो भारतीय सुरक्षाबलों ने गोलीबारी शुरू की। सैन्य अधिकारियों ने जानकारी दी है कि घुसपैठ कर रहे आतंकवादियों की संख्या चार से ज्यादा थी। उनमें से दो को को भारतीय सेना ने मार गिराया, और अन्य वापस भागने में कामयाब रहे।
पुंछ के सुरनकोट में सैन्य वाहनों पर हमले के बाद से पुंछ और राजोरी के जंगली इलाकों में तलाशी अभियान भी जारी है। सुरक्षा बल थन्नामंडी, डीकेजी, दरहाल और मंजाकोट के जंगल खंगाल रहे हैं। घने जंगलों में हेलिकॉप्टर, ड्रोन और खोजी कुत्तों की मदद भी ली जा रही है।
खबरों के मुताबिक सेना के पैरा कमांडो, सीआरपीएफ व पुलिस की एसओजी संयुक्त तलाशी अभियान चला रही है। राजोरी-पुंछ रेंज के डीआईजी पुलिस डॉ. हसीब मुगल, एसएसपी राजोरी अमृतपाल सिंह और सेना के राष्ट्रीय राइफल के कमांडर स्थिति पर नजर रख रहे हैं। याद रहे कि वीरवार को पुंछ हमले के तत्काल बाद थन्नामंडी के डीकेजी के जंगल सुरक्षा बलों ने से लिए थे। डीकेजी से लगते मंजाकोट और दरहाल के जंगलों के आसपास भी घेराबंदी कर दी थी, जोकि शुक्रवार को भी जारी रही।
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