श्रीनगर: जम्मू-कश्मीर में शांति बहाली के लिए भारत सरकार लगातार कोशिशों में लगी हुई है. यहां सेना के सामने सीमा पार प्रायोजित आतंकवाद से निपटने की बड़ी चुनौती है। कश्मीर को अस्थिर करने के लिए सीमा पार लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। पाकिस्तान की ISI लगातार भारत में घुसपैठ की कोशिश कर रही है. […]
श्रीनगर: जम्मू-कश्मीर में शांति बहाली के लिए भारत सरकार लगातार कोशिशों में लगी हुई है. यहां सेना के सामने सीमा पार प्रायोजित आतंकवाद से निपटने की बड़ी चुनौती है। कश्मीर को अस्थिर करने के लिए सीमा पार लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। पाकिस्तान की ISI लगातार भारत में घुसपैठ की कोशिश कर रही है. लेकिन हाल के कुछ वर्षों में घुसपैठ के मामलों में खासा कमी आई है।
गृहमंत्रालय ने कहा कि देश में घुसपैठ के मामलों में कमी आई है। यह बात राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने संसद में जवाब देते हुए कहा. उन्होंने पिछले 1 साल यानी जनवरी 2021 से दिसंबर 2021 तक की घुसपैठ का ब्योरा भी सामने रखा। बताया गया कि पिछले साल कुल 34 बार सीमा पर घुसपैठ की कोशिश की गई ।गृहमंत्रालय ने कहा कि पिछले साल सीमा पर सेना ने 12 घुसपैठियों को मार गिराया था।
गौरतलब है कि 5 अगस्त 2019 को जम्मू-कश्मीर से धारा 370 को हटा दिया गया था। तब से सरकार नागरिकों को बेहतर सेवाएं देने के लिए लगातार काम कर रही है। घाटी से आर्टिकल 370 हटाए जाने के बाद वहाँ पर आतंकवाद में कमी देखने को मिली है, साथ ही 2019 की तुलना में घुसपैठ के मामलों में करीब 75 फीसदी की कमी आई है.
साल 2019 में घुसपैठ के कुल 138 मामले सामने निकलकर सामने आए थे, जबकि 2021 में 34 मामले सामने आए। इस तरह अनुच्छेद 370 के दमन के बाद घुसपैठ के मामलों में तेजी से कमी आई है. आपको बता दें कि साल 2019 में घुसपैठ के 138 मामले सामने आए थे. जबकि 2020 में 51 मामले सामने आए थे और अब बीते साल 2021 में सिर्फ 34 मामले सामने देखने को मिले हैं.