जम्मू। राजौरी में हुए आतंकी हमले पर जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि ये बहुत दुख की बात है कि आतंकवाद अभी भी जम्मू-कश्मीर में चल रहा है। बेगुनाह लोगों को मारा जा रहा है। पूरे देश में जिस तरह की नफरत फैलाई जा रही है, ये हमला उसी का नतीजा है। […]
जम्मू। राजौरी में हुए आतंकी हमले पर जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि ये बहुत दुख की बात है कि आतंकवाद अभी भी जम्मू-कश्मीर में चल रहा है। बेगुनाह लोगों को मारा जा रहा है। पूरे देश में जिस तरह की नफरत फैलाई जा रही है, ये हमला उसी का नतीजा है।
फारूक अब्दुल्ला ने वडगाम में मीडिया से बात करते हुए कहा कि आज देश में मुसलमान को अलग और हिंदुओं को अलग खड़ा किया जा रहा है। इसका जिम्मेदार कौन है? कौन ये नफरत फैला रहा है? केंद्रीय गृह मंत्रालय को इसका रास्ता निकालने कि जरूरत है।
गौरतलब है कि कश्मीर के राजौरी में रविवार शाम करीब 7 बजे दो हथियारबंद आंतकियों ने अंधाधुंध गोलीबारी की, जिसमें 4 लोगों की मौत हो गई और 6 अन्य लोग घायल हो गए। चश्मदीदों के मुताबिक दोनों आतंकियों ने राजौरी से 8 किलोमीटर दूर अपर डांगरी इलाके में मंदिर के पास तीन अल्पसंख्यक घरों को निशाना बनाया। आतंकियों ने पहले सभी का आधार कार्ड मांगा, इसके बाद अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी। इस हमले में जिन तीन लोगों की मौत हुई है, उनके नाम प्रीतम शर्मा, उनके पुत्र आशीष कुमार, दीपक कुमार और शीतल कुमार है।
इस घटना को लेकर कांग्रेस पार्टी ने केंद्र सरकार पर निशाना साधा है। विपक्षी पार्टी ने कहा है कि यह आतंकी हमला केंद्र शासित प्रदेश में सुरक्षा के हालात बेहतर होने के सरकारी दावे की पोल खोलता है। कांग्रेस के प्रवक्ता ने कहा है कि मोदी सरकार जम्मू-कश्मीर में अल्पसंख्यकों को सुरक्षा देने में पूरी तरह नाकाम रही है।
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