जम्मू-कश्मीर में हुए सफल चुनाव, और वादी में लगातार पर्यटकों की बढ़ती भीड़ और देश की मुख्यधारा में कश्मीरियों की वापसी ने पाकिस्तान में मौजूद टेरर बॉस की नींदे उड़ा दी है। पाकिस्तान के आतंकवादी संगठनों के सरगनाओं को कश्मीर में अपनी पकड़ ढीली होने की चिंता सताने लगी है। यही कारण है कि प्रस्तावित विधानसभा चुनाव से पहले घाटी में आतंकवादी घटनाएं बढ़ गई है ।
पिछले 3 दिनों में 3 आतंकी हमले
जम्मू कश्मीर में इन दिनों आतंकी घटनाएं बढ़ गई है पिछले कुछ समय से घाटी शांति के दौर से गु़जर रहा था लेकिन 9 जून से लेकर 12 जून तक लगातार तीन आंतकी घटनाएं हो चुकी है। सवाल ये है कि आतंकी अचानक इतना बौकलाए क्यों है. दरसल हाल ही में हुए लोकसभा चुनाव में जम्मू कश्मीर में जबरदस्त वोटिंग ने आंतकियों की नींद उड़ा दी है। उन्हें अपनी पकड़ की चिंता सताने लगी है।
घाटी में होने वाले हैं विधानसभा चुनाव
जम्मू कश्मीर में कुछ महीनों में प्रस्तावित विधानसभा चुनाव होने वाले है। इस विधानसभा चुनाव से पहले आंतकी डर का महौल बना रहे है। इसलिए आंतकी लगातार आम नागरिकों को अपना निशाना बना रहे हैं. क्योंकि जम्मू कश्मीर में अच्छी वोंटिग का मतलब है आंतकियों के लिए खतरे की घंटी. भारत के लोकतंत्र में जम्मू -कश्मीर की जनता की भागीदारी आंतकियों को पाकिस्तानी आतंकी संगठनों से मिलने वाली सहायता बिल्कूल खत्म कर देगी साथ ही उन्हें वैचारिक समर्थन भी मिलना बंद हो जाएगा । ऐसा पाकिस्तान में बैठे आंतकियों के आका कभी नहीं चाहेंगे इसलिए जम्मू कशमीर में आंतकीयों ने हमले बढ़ा दिये हैं।