नई दिल्ली। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के दावे से भारतीय राजनीति में बवाल खड़ा हो गया है। दरअसल, डोनाल्ड ट्रंप ने अमेरिका द्वारा भारत को दी जाने वाली USAID फंडिंग रोक दी गई है। ट्रंप ने कहा कि ये फंडिंग भारतीय चुनावो को प्रभावित करने के लिए पिछली सरकार द्वारा दी जाती थी। इसका मतलब है कि बाइडन सरकार पीएम मोदी को चुनवों में हराने के लिए फंडिंग दी जा रही थी। ट्रंप के इस दावे भारतीय राजनीति में नई बहस छिड़ गई है। भारतीय विदेश मंत्री एस.जयशंकर ने इस विवाद में पर कड़ी प्रतिक्रिया दी।
दिल्ली यूनिवर्सिटी लिटरेचर फेस्टिवल में जयशंकर ने कहा “ट्रंप प्रशासन के लोगों ने कुछ जानकारी दी है और यह स्पष्ट रूप से चिंताजनक है… एक सरकार के तौर पर हम इसकी जांच कर रहे हैं। मुझे विश्वास है कि तथ्य सामने आएंगे। यूएसएआईडी को भारत में अच्छे इरादों के साथ काम करने की अनुमति दी गई थी, लेकिन अब अमेरिका से संकेत मिल रहे हैं कि कुछ गतिविधियां गुप्त उद्देश्यों से की जा रही हैं। यह वास्तव में चिंता का विषय है। अगर इसमें कोई सच्चाई है, तो देश को यह जानने का अधिकार है कि इसमें कौन शामिल है।”
#WATCH | Delhi: On USAID, EAM S Jaishankar says, “…Some information has been put out there by the Trump administration people, and obviously, that is concerning… I think, as a government, we’re looking into it. My sense is that the facts will come out…USAID was allowed here… pic.twitter.com/UZT5aimfXX
— ANI (@ANI) February 22, 2025
शुक्रवार को लगातार तीसरी बार राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इस मुद्दे को उठाया। उन्होंने कहा हम 21 मिलियन वोटर टर्नआउट के लिए, हमें भारत में वोटर टर्नआउट के लिए इतना खर्च क्यों करना पड़ रहा है। हम भारत में वोटर टर्नआउट के लिए 21 मिलियन दे रहे हैं और यहां मेरे वोटर टर्नाआउट का क्या। मुझे भी ज्यादा वोट चाहिए…मुझे लगता है कि वे भारत में किसी और को जिताने की कोशिश कर रहे थे। ट्रम्प ने बांग्लादेश में राजनीतिक व्यवस्था को मजबूत करने के लिए दिए गए 29 मिलियन डॉलर के फंड पर भी सवाल उठाए।
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