Jaish Commander Arrested: दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल को बड़ी सफलता हाथ लगी है. जैश-ए-मोहम्मद कमांडर सज्जाद खान को गिरफ्तार किया गया है. अब राष्ट्रीय जांच एजेंसी और इंटेलिजेंस ब्यूरो उससे पूछताछ करेंगी. माना जा रहा है कि पुलवामा हमले और अन्य आतंकी गतिविधियों के बारे में भी उससे अहम सुराग मालूम चल सकते हैं.
श्रीनगर. दिल्ली पुलिस को शुक्रवार को बड़ी सफलता हाथ लगी. दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल ने जैश-ए-मोहम्मद के कमांडर सज्जाद खान को गिरफ्तार किया है. उसे लाल किला इलाके से अरेस्ट किया गया. अब राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) और इंटेलिजेंस ब्यूरो (आईबी) उससे पूछताछ करेगी, जिसमें कई अहम आतंकी गतिविधियों की जानकारी मिल सकती है.
सज्जाद खान लगातार मुदासिर अहमद खान के संपर्क में था, जिसे पुलवामा हमले का मास्टरमाइंड माना जाता है. मुदासिर को सुरक्षाबलों ने 11 मार्च को जम्मू-कश्मीर के त्राल इलाके में हुए एन्काउंटर में मौत के घाट उतार दिया था. सज्जाद खान एआईए की वॉन्टेड लिस्ट में था और वह राजधानी में शॉल बेचता पाया गया. 14 फरवरी को कश्मीर के पुलवामा में हुए फिदायीन आतंकी हमले में 40 से ज्यादा सीआरपीएफ जवान शहीद हो गए थे. इस हमले की जिम्मेदारी पाक समर्थित आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद ने ली थी.
इस घटना के बाद भारत और पाकिस्तान के रिश्तों में कड़वाहट चरम पर पहुंच गई थी. नरेंद्र मोदी सरकार पर कार्रवाई करने का दवाब बढ़ने लगा. इसके बाद भारत ने पहले कूटनीतिक तरीके से पाकिस्तान को घेरा, जिससे उसकी कमर टूट गई. भारत ने पाकिस्तान से आने वाले सामान पर आयात शुल्क बढ़ा दिया और उसका मोस्ट फेवर्ड नेशन का दर्जा भी छीन लिया. इसके अलावा पाकिस्तान की ओर जाने वाली पूर्वी नदियों का पानी रोकने का भी ऐलान किया गया.
इसके बाद भारत ने 26 फरवरी को रात 3.30 बजे पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर के बालाकोट में जैश-ए-मोहम्मद के आतंकी ठिकानों पर एयर स्ट्राइक की, जिसमें 200 से ज्यादा आतंकियों के मारे जाने का दावा किया गया. भारतीय वायुसेना के मिराज 2000 लड़ाकू विमानों ने जैश का कंट्रोल रूम भी नेस्तनाबूद कर दिया.
इसके बाद 27 फरवरी को पाकिस्तानी लड़ाकू विमानों ने हवाई क्षेत्र का उल्लंघन किया और भारतीय क्षेत्र में बम बरसाए. इसका वायुसेना ने मुंहतोड़ जवाब दिया और विंग कमांडर अभिनंदन वर्तमान ने मिग-21 बाइसन विमान से अत्याधुनिक एफ16 को मार गिराया. लेकिन उनके विमान को भी नुकसान पहुंचा और वह पैराशूट के जरिए पीओके में जा गिरे. यहां उन्हें लोगों ने मारा-पीटा और इसके बाद पाक सेना ने कस्टडी में ले लिया. उनके कई वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हुए थे. इसके बाद 1 मार्च को अंतरराष्ट्रीय दबाव के बाद पाकिस्तान ने उन्हें रिहा कर दिया.