नई दिल्ली: भारतीय जनता पार्टी शासित उत्तरी दिल्ली नगर निगम ने जहांगीरपुरी में बुधवार और गुरुवार को दो दिवसीय अतिक्रमण रोधी अभियान चलाने का फैसला किया है। इस इलाके में हनुमान जयंती शोभायात्रा के दौरान झड़प हुई थी। एनडीएमसी ने अभियान के संबंध में कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए दिल्ली पुलिस से कम से […]
नई दिल्ली: भारतीय जनता पार्टी शासित उत्तरी दिल्ली नगर निगम ने जहांगीरपुरी में बुधवार और गुरुवार को दो दिवसीय अतिक्रमण रोधी अभियान चलाने का फैसला किया है। इस इलाके में हनुमान जयंती शोभायात्रा के दौरान झड़प हुई थी। एनडीएमसी ने अभियान के संबंध में कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए दिल्ली पुलिस से कम से कम 400 कर्मियों की तैनाती करने को कहा है। इस बीच बीजेपी की दिल्ली इकाई के अध्यक्ष आदेश गुप्ता ने मंगलवार को एनडीएमसी के महापौर को पत्र लिखकर जहांगीरपुरी में दंगाइयों के अवैध निर्माणों का पता लगाकर इन्हें बुलडोजर से ध्वस्त करने को कहा है। इस पत्र की प्रति निगम के आयुक्त को भी भेजी गई है।
इस बात की जानकारी देते हुए उत्तरी दिल्ली के मेयर राजा इकबाल सिंह ने बुधवार को कहा कि जहांगीरपुरी में अतिक्रमण विरोधी अभियान के दौरान किसी भी तरह की दुर्घटना से बचने के लिए पुलिस की तैनाती का अनुरोध किया गया है. राजा इकबाल सिंह ने कहा जहांगीरपुरी में सरकारी जमीन पर अवैध निर्माण अतिक्रमण को उत्तरी एमसीडी द्वारा हटाया जाएगा इलाके में किसी भी दुर्घटना से बचने के लिए हमने पुलिस बल की मांग की है.
वहीं एनडीएमसी सिविल लाइंस जोन के सहायक आयुक्त ने डीसीपी को लिखे पत्र में कहा- 20 अप्रैल या 21 अप्रैल को अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई के दौरान कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए महिला पुलिस बल समेत कम से कम 400 पुलिसकर्मी को उपलब्ध कराने का अनुरोध किया जाए।
जहांगीरपुरी में शनिवार को शोभायात्रा के दौरान दो समुदायों के बीच झड़प हुई थी जिसमें 8 पुलिसकर्मी और एक स्थानीय निवासी घायल हो गए । पुलिस के अनुसार झड़पों के दौरान पथराव और आगजनी हुई और कुछ वाहनों को भी आग के हवाले कर दिया गया। एनडीएमसी ने उत्तर पश्चिमी पुलिस आयुक्त को लिखे पत्र में कहा कि एक विशेष संयुक्त अतिक्रमण विरोधी कार्यक्रम जहांगीरपुरी में निर्धारित है इसलिए इलाके में वर्तमान परिस्थिति को देखते हुए पुलिसबल की तैनाती की जाए. जहांगीरपुरी हिंसा मामले में अब तक पुलिस ने 23 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है और कई की धरपकड़ अभी भी वीडियो के आधार पर जारी है।