नई दिल्ली: भारत का क्रिकेट प्रेम किसी से छिपा नहीं है. यदि ये कहें तो गलत नहीं होगा कि भारतीय मूल का सबसे लोकप्रिय खेल क्रिकेट है. आज बात करेंगे राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के क्रिकेट में रुचि की. अंग्रेजों ने भारतीयों पर 200 साल तक राज किया और इस वक्त तक क्रिकेट ने देश में […]
नई दिल्ली: भारत का क्रिकेट प्रेम किसी से छिपा नहीं है. यदि ये कहें तो गलत नहीं होगा कि भारतीय मूल का सबसे लोकप्रिय खेल क्रिकेट है. आज बात करेंगे राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के क्रिकेट में रुचि की. अंग्रेजों ने भारतीयों पर 200 साल तक राज किया और इस वक्त तक क्रिकेट ने देश में अच्छी पकड़ बना ली थी. 1947 से पहले टीम इंडिया ने अपना पहला क्रिकेट मैच खेल लिया था. बड़ा सवाल ये है कि क्या गांधी ने अपने जीवन काल में क्रिकेट खेला या नहीं? अगर हां तो क्या रहा उसका इतिहास.
महात्मा गांधी का क्रिकेट पर विचार
महात्मा गांधी के वक्त भारत में हॉकी का खेल काफी लोकप्रिय था. यहीं नहीं उन दिनों भारतीय टीम ओलंपिक में काफी मेडल जीत रही थी. मगर जब बात क्रिकेट की आती है तो गांधी जी का यह मानना था यह खेल अंग्रेजों से जुड़ा हुआ था. उनका मानना था ये अंग्रेजों द्वारा भारत में लाया गया है, जिसके भारत में आने से यहां का पारंपरिक खेल खराब होगा. गांधी का यह भी मानना था क्रिकेट और फुटबॉल महंगे खेल हैं और उन्हें बड़े लोग खेलते हैं.
क्यों नहीं पसंद था क्रिकेट
महात्मा गांधी ने अपनी आत्मकथा में बताया है कि उन्होंने कभी क्रिकेट के बल्ले को हाथ तक नहीं लगाया. यही नहीं उन्हें ये तक नहीं पता था कि इस खेल के नियम क्या है.उनका यहां तक मानना था कि लोग अगर क्रिकेट के मुकाबले खेती करेंगे तो उससे ज्यादा स्वस्थ रहेंगे. महात्मा गांधी के विचारों को आज भी लोग आदर्श के रूप में मानते हैं.
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