नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव के परिणाम के बाद ही इस बात की चर्चा चल रही है कि जेपी नड्डा के स्वास्थ्य मंत्री बनने के बाद भाजपा का अगला अध्यक्ष कौन बन सकता है। बीजेपी के कई दिग्गज नेताओं का नाम अध्यक्ष बनने की रेस में है। इस बीच एक नया नाम अध्यक्ष पद के लिए […]
नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव के परिणाम के बाद ही इस बात की चर्चा चल रही है कि जेपी नड्डा के स्वास्थ्य मंत्री बनने के बाद भाजपा का अगला अध्यक्ष कौन बन सकता है। बीजेपी के कई दिग्गज नेताओं का नाम अध्यक्ष बनने की रेस में है। इस बीच एक नया नाम अध्यक्ष पद के लिए सामने आया है। बताया जा रहा है कि महाराष्ट्र के पूर्व सीएम और मौजदा डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस (Devendra Fadanvis) बीजेपी के नए राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाये जा सकते हैं।
बीजेपी के नए अध्यक्ष पद की रेस में फडणवीस का नाम अभी सबसे आगे चल रहा है। उनके साथ-साथ भूपेन्द्र यादव और धर्मेंद्र प्रधान का नाम भी रेस में बाताया जा रहा है। बीजेपी सूत्रों के मुताबिक लोकसभा चुनाव में महाराष्ट्र में पार्टी के खराब प्रदर्शन के बाद फडणवीस ने केंद्रीय नेतृत्व के सामने इच्छा व्यक्त की थी कि वह सरकार से हटकर संगठन में काम करना चाहते हैं। उस वक़्त उनका इस्तीफा मंजूर नहीं किया गया और न उस पर कोई फैसला लिया गया लेकिन अब उन्हें संगठन में बड़ी जिम्मेदारी सौंपी जा सकती है।
मा. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदीजी का आशीर्वाद सदा महाराष्ट्र के साथ रहा है और रहेगा ।
उनके साथ मुलाकात कर हर बार एक नई ऊर्जा मिलती है, उनका मार्गदर्शन प्राप्त होता है ।
आज सपरिवार मा. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदीजी से सदिच्छा भेट करने का अवसर प्राप्त हुआ । पत्नी अमृता और बेटी दिविजा… pic.twitter.com/YkywcOdl6d— Devendra Fadnavis (@Dev_Fadnavis) July 28, 2024
कार्यकाल समाप्त होने के बाद भी जेपी नड्डा बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी संभाल रहे हैं. मोदी 3.0 में वह स्वास्थ्य मंत्री हैं। बीजेपी में एक व्यक्ति एक पद का चलन है तो यह तय है कि उनकी जगह कोई और अध्यक्ष बनेगा। इसमें देवेंद्र फडणवीस का नाम सामने आया है। हाल ही में फडणवीस ने अपनी पत्नी अमृता के साथ पीएम मोदी से मुलाकात की थी। इसके बाद से इस बात की चर्चा और तेज हो गई है कि आलाकामन उनपर भरोसा जता सकता है।
देवेंद्र फडणवीस को अध्यक्ष पद के लिए सबसे परफेक्ट कैंडिडेट माना जा रहा है। उनका प्रधानमंत्री मोदी और गृहमंत्री शाह के साथ रिश्ता अच्छा है। साथ ही आरएसएस के भी वो बेहद करीबी हैं। मोहन भगवत से अच्छे रिश्ते होने को लेकर भी भाजपा उन पर दांव लगा सकती है। हालांकि अब तक पार्टी ने उनके नाम पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है लेकिन लिस्ट में उनका नाम भी हैं। अब देखना है कि बीजेपी कब और किसे अपना अध्यक्ष बनाती है?
सुप्रीम कोर्ट का बड़ा फ़ैसला, SC/ST कोटे में मिल सकता है जाति आधारित रिजर्वेशन