ISRO: आदित्य एल-1 मिशन को मिली सफलता, सूर्य की सतह पर होने वाले कोरोनल मास इजेक्शन को लेकर किया खुलासा

नई दिल्ली: इसरो के सौर मिशन आदित्य एल1 को बड़ी सफलता मिली है। बता दें कि आदित्य एल1 पर लगे एक पेलोड के एडवांस्ड सेंसर ने सूरज की सतह पर होने वाले कोरोनल मास इजेक्शन के प्रभाव को लेकर बड़ा खुलासा किया है। दरअसल, सेंसर से कोरोनल मास इजेक्शन के दौरान भारी संख्या में सौर […]

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ISRO: आदित्य एल-1 मिशन को मिली सफलता, सूर्य की सतह पर होने वाले कोरोनल मास इजेक्शन को लेकर किया खुलासा

Shiwani Mishra

  • February 23, 2024 2:37 pm Asia/KolkataIST, Updated 9 months ago

नई दिल्ली: इसरो के सौर मिशन आदित्य एल1 को बड़ी सफलता मिली है। बता दें कि आदित्य एल1 पर लगे एक पेलोड के एडवांस्ड सेंसर ने सूरज की सतह पर होने वाले कोरोनल मास इजेक्शन के प्रभाव को लेकर बड़ा खुलासा किया है। दरअसल, सेंसर से कोरोनल मास इजेक्शन के दौरान भारी संख्या में सौर पवन में इलेक्ट्रॉन तथा आयन की संख्या में जबरदस्त इजाफा देखा गया है। जिस पेलोड के सेंसर्स ने ये पता लगाया है, वो प्लाज्मा एनालाइजर पैकेज फॉर आदित्य (PAPA) है।

पेलोड ने दी है मुख्य जानकारीAditya L-1: इस साल लॉन्च होगा सूर्य का अध्ययन करने वाला मिशन, इसरो को मिला  प्राइमरी पेलोड - isro gets primary payload for mission to study sun -  Navbharat Times

इसरो ने कहा कि पेलोड PAPA को पवन ऊर्जा इलेक्ट्रॉन तथा आयन की समीक्षा के लिए बनाया गया है। इसमें दो सेंसर सोलर विंड इलेक्ट्रॉन एनर्जी प्रोब (SWEEP) तथा सोलर विंड आयन कंपोजिशन एनालाइजर (SWICAR) लगा हुआ है। बता दें कि SWEEP सेंसर 10 eV से लेकर 3 KeV की रेंज तक के इलेक्ट्रॉन की गणना करता है। जबकि, SWICAR 10eV से लेकर 25 KeV के बीच तक के इलेक्ट्रॉन की गणना करता है। बता दें कि इन सेंसर्स की मदद से सौर पवन की दिशा का भी अंदाजा लगाया जा सकता है। पेलोड PAPA को विक्रम साराभाई स्पेस सेंटर की स्पेस फिजिक्स लेबोरेट्री एंड एवियोनिक्स एनटिटी ने विकसित किया है। इसरो ने कहा कि सूर्य की सतह पर कोरोनल मास इजेक्शन की घटना को इससे पहले 15 दिसंबर 2023 को और फिर 10-11 फरवरी 2024 को पेलोड PAPA द्वारा रिकॉर्ड की गई।

पिछले साल लॉन्च हुआ था आदित्य एल1क्या है ISRO का आदित्य L 1 मिशन, जो सूरज के हर राज से उठाएगा पर्दा | what  is aditya l 1 mission isro sun study mission full details | TV9 Bharatvarsh

बता दें कि आदित्य एल1 पर लगे पेलोड लगातार सौर पवन का अध्ययन कर रहे हैं और आदित्य एल1 से मिली यह जानकारी अंतरिक्ष के मौसम का मॉनिटरिंग करने में महत्वपूर्ण साबित हो सकती है। इसरो ने पिछले साल 2 सितंबर को अपने लॉन्च व्हीकल पीएसएलवी-सी57 से आदित्य एल1 मिशन लॉन्च किया था।

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