ISRO Chandrayaan 2 in Lunar Orbit: भारत के मून मिशन चंद्रयान 2 के लिए मंगलवार 21 अगस्त 2019 का दिन चुनौती भरा रहेगा. इसरो चंद्रयान 2 को मंगलवार को चंद्रमा की कक्षा में प्रवेश कराएगा. चंद्रमा की कक्षा में प्रवेश करने के बाद 10 दिन तक चंद्रयान 2 वहां परिक्रमा करेगा और चंद्रमा की सतह के करीब पहुंचेगा. इसके बाद 7 सितंबर को चंद्रयान 2 के चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर लैंड करने की संभावना है.
नई दिल्ली. भारत का मून मिशन चंद्रयान 2 मंगलवार 20 अगस्त को चंद्रमा की कक्षा में प्रवेश कर जाएगा. मंगलवार को इसरो चंद्रयान 2 के लिक्विड इंजन को फायर कर स्पेसक्राफ्ट को चंद्रमा की कक्षा में प्रवेश कराएगा. मंगलवार का दिन इसरो और भारत के लिए महत्वपूर्ण दिन है. क्योंकि यह वक्त चंद्रयान 2 के लिए कड़ी अग्निपरीक्षा का दौर है. 22 जुलाई को श्रीहरिकोटा प्रक्षेपण केंद्र से प्रक्षेपित हुए चंद्रयान 2 के 7 सितंबर को चांद की सतह पर उतरने की संभावना है.
इसरो के चेयरमैन के सिवन ने जानकारी देते हुए बताया कि चंद्रयान 2 को मंगलवार 20 जुलाई सुबह 8.30 बजे से 9.30 बजे के बीच में चांद की कक्षा में प्रवेश कराया जाएगा. यह काफी चुनौती भरा वक्त होगा. साथ ही यह भी बताया गया कि चांद की कक्षा में प्रवेश करने के बाद चंद्रयान-2 चंद्रमा के गुरुत्वाकर्षण क्षेत्र के प्रभाव में पहुंच जाएगा. चंद्रयान 2 की गति को नियंत्रित करने के लिए यान की रफ्तार धीमी करनी होगी. यदि इस दौरान थोड़ी सी भी चूक हुई तो चंद्रयान 2 को नुकसान पहुंच सकता है.
जानकारी के मुताबिक चंद्रमा की कक्षा में प्रवेश करने के बाद चंद्रयान 2 करीब 10 दिन तक परिक्रमा करेगा. इस दौरान इसे चांद की सबसे करीबी कक्षा तक पहुंचाया जाएगा. इसके बाद 7 सिंतबर को चंद्रयान 2 चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर लैंड करेगा. इस ध्रुव पर लैंड करने वाला चंद्रयान 2 पहला यान होगा. इसके लैंड करते ही भारत अंतरिक्ष में इतिहास रच देगा.
गौरतलब है कि चंद्रयान 2 को 22 जुलाई को आंध्र प्रदेश में स्थित श्रीहरिकोटा प्रक्षेपण केंद्र से लॉन्च किया गया था. इससे पहले 14 जुलाई को मध्यरात्रि चंद्रयान 2 को लॉन्च किया जाना था. हालांकि तकनीकि खामियों की वजह से उस दिन इसरो ने भारत के मून मिशन का प्रक्षेपण टाल दिया था. जिसे बाद में 22 जुलाई को दोपहर करीब पौने तीन बजे सफलता पूर्वक लॉन्च किया गया.