ISRO Orbiter Located Chandrayaan 2 Vikram Lander: चंद्रयान से लैंडर के संपर्क टूटने के बाद इसरो को बड़ी सफलता हाथ लगी है. इसरो प्रमुख के सिवान ने कहा है कि चांद की सतह पर लैंडर विक्रम की लोकेशन का पता लग चुका है. हालांकि, अभी संपर्क नहीं हो पाया है लेकिन जल्द ही कर लिया जाएगा.
नई दिल्ली. चांद पर भारत इतिहास रचने के करीब है. मून मिशन चंद्रयान 2 के संपर्क से टूटा लैंडर (विक्रम) के जल्द संपर्क में आने की उम्मीद एक बार फिर जागी है. इसरो प्रमुख के सीवान ने कहा है कि संपर्क से टूटे लैंडर (विक्रम) की लोकेशन इसरो को मिल गई और ऑर्बिटर ने लैडर की थर्मल इमेज भी ली है. के सिवान ने आगे कहा कि हालांकि अभी तक विक्रम से संपर्क नहीं हो पाया है. लेकिन संपर्क करने की पूरी कोशिश की जा रही है और जल्द ही विक्रम संपर्क में होगा.
इसरो प्रमुख के सिवान ने इससे पहले कहा था कि अगले 14 दिनों में लैंडर विक्रम से संपर्क बनाने की पूरी कोशिश करेगा. के सिवान ने कहा था कि अभी उम्मीदें जिंदा हैं. उन्होंने कहा कि चंद्रयान 2 अपनी 100 फीसदी सफलता के बहुत करीब है. के सिवान ने बताया कि चंद्रयान 2 का ऑर्बिटर एक साल तक काम करेगा. के सिवान ने आगे कहा कि हालांकि हमारे पास ऑर्बिटर में अतिरिक्त ईंधन है जिससे करीब साढ़े सात साल तक चलाया जा सकता है. ऑर्बिटर में हाई रेज्योलुशन कैमरा लगे हैं जो चंद्रमा पर मौजूद किसी भी पदार्थ की तस्वीर लेने में पूरी तरह सक्षम हैं.
Indian Space Research Organisation (ISRO) Chief, K Sivan to ANI:We've found the location of #VikramLander on lunar surface&orbiter has clicked a thermal image of Lander. But there is no communication yet. We are trying to have contact. It will be communicated soon. #Chandrayaan2 pic.twitter.com/1MbIL0VQCo
— ANI (@ANI) September 8, 2019
आपको बता दें कि चंद्रयान 2 के लैंडर विक्रम से चांद की सतह पर उतरने से सिर्फ 2.1 किलोमीटर पहले ही संपर्क टूट गया जिससे करोड़ों इसरो समेत करोड़ों भारतीयों को निराशा हुई. इस दौरान इसरो ऑफिस में मौजूद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी इसरो के सभी वैज्ञानिकों का हौसला अफजाई की.