चंद्रयान-3 मिशन के बीच ISRO ने किया कमाल, भारतीय एस्ट्रोनॉट्स को होगा फायदा

नई दिल्लीः भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन ने तमिलनाडु के महेंद्रगिरी स्थित आईपीआरसी में गगनयान के सर्विस मॉड्यूल प्रोपल्शन सिस्टम का हॉट टेस्ट किया गया। हॉट टेस्ट मतलब उसके इंजनों को चलाकर देखा गया। हॉट टेस्ट में यह भी देखा गया कि कितनी ऊर्जा मिल रही है। प्रोपल्शन में किसी तरह की रुकावट तो नहीं आ […]

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चंद्रयान-3 मिशन के बीच ISRO ने किया कमाल, भारतीय एस्ट्रोनॉट्स को होगा फायदा

Sachin Kumar

  • July 20, 2023 9:21 pm Asia/KolkataIST, Updated 1 year ago

नई दिल्लीः भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन ने तमिलनाडु के महेंद्रगिरी स्थित आईपीआरसी में गगनयान के सर्विस मॉड्यूल प्रोपल्शन सिस्टम का हॉट टेस्ट किया गया। हॉट टेस्ट मतलब उसके इंजनों को चलाकर देखा गया। हॉट टेस्ट में यह भी देखा गया कि कितनी ऊर्जा मिल रही है। प्रोपल्शन में किसी तरह की रुकावट तो नहीं आ रही है। सारे इंजन काम कर रहे हैं या नहीं। चंद्रयान-3 मिशन के बाद यह एक बड़ा टेस्ट है। एक मिनट 29 सेकेंड तक चले टेस्ट में गगनयान के इंजन मॉड्यलू प्रोपल्शन सिस्टम ने अच्छी परफॉर्मेंस दिखाई।ये इंजन 440 न्यूटन थ्रस्ट पैदा करते हैं।

जाने इंजन की खासियत

एक मिनट 29 सेकेंड तक चले टेस्ट में गगनयान के सर्विस मॉड्यलू प्रोपल्शन सिस्टम ने अच्छी परफॉर्मेंस दिखाई। इंजन 440 न्यूटन थ्रस्ट पैदा करते हैं। ये 440 न्यूटन थ्रस्ट पैदा करते हैं. इसके अलावा 16 रिएक्शन इंजन कंट्रोल सिस्टम थ्रस्टर्स की जांच की गई। इंजन 100 न्यूटन थ्रस्ट पैदा करते हैं।गनयान का सर्विस मॉड्यूल दो तरीके के ईंधनों पर चलने वाला सिस्टम पर आधारित है। ये ऐसा सिस्टम है जो ऑर्बिटल मॉड्यूल यानी गगनयान के कैप्सूल को ऑर्बिट में ले जाने में मदद करेगा। यह डीबूस्टिंग यानी गति कम करेगा वहीं किसी तरह की समस्या आती है तो मिशन को रोका जा सके।

ISRO को मिली सफलता

इसरो के लिक्विड प्रोपल्शन सिस्टम्स सेंटर ने गगनयान के सर्विस मॉड्यूल प्रोपल्शन सिस्टम की डिजाइनिंग और डेवलपमेंट किया है। इस टेस्ट के बाद अब गगनयान के पूरे इंटीग्रेटेड मॉड्यूल का टेस्ट होगा।गगनयान के पांच टेस्ट और होने हैं वो भी सामान्य और आसामान्य स्थितियों में वही उनमें सफलता मिलने के बाद ही मिशन को आगे बढ़ाया जाएगा.

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