नई दिल्लीः जंग की शुरुआत के बाद से आतंकी संगठन हमास के खात्मे के लिए इजरायल फिलिस्तीन के गाजा पट्टी पर ताबड़तोड़ हमले कर रहा है। इजरायली सेना ने उत्तरी गाजा को लगभग बर्बाद कर दिया है। इस बीच दोनों देशों ने अस्थायी युद्ध विराम ऐलान किया है। युद्धविराम बंधक बनाए गए दर्जनों लोगों की […]
नई दिल्लीः जंग की शुरुआत के बाद से आतंकी संगठन हमास के खात्मे के लिए इजरायल फिलिस्तीन के गाजा पट्टी पर ताबड़तोड़ हमले कर रहा है। इजरायली सेना ने उत्तरी गाजा को लगभग बर्बाद कर दिया है। इस बीच दोनों देशों ने अस्थायी युद्ध विराम ऐलान किया है। युद्धविराम बंधक बनाए गए दर्जनों लोगों की रिहाई के लिए किया गया है। इस युद्धविराम के बाद गाजा में रह रहें फिलिस्तीनियों को राहत मिलने की उम्मीद है। वहीं, ये बंदियों के परिवारों के लिए भी उम्मीद जगी है।
दोनों देश अपनी शर्तों के अनुसार, चार दिनों के लिए युद्ध रोकने पर राजी हुए हैं। समझौते के तहत इजरायल द्वारा कैद किए गए फिलिस्तीनी कैदियों को भी रिहा किया जाएगा। इसको लेकर कतर ने ऐलान किया है कि इजरायल के 50 बंधको को हमास रिहा करेगा। जिसके बदले में इजरायल 150 फिलिस्तीनियों को छोड़ेगा। दोनों तरफ से बंधक बनाए गए में ज्यादा संख्या नाबालिग और महिलाओं की है। समझौते तहत पहले हमास इजरायली बंधको छोड़ेगे, उसके बाद इजरायल फिलिस्तीनी नागरिकों को रिहा करेगा। साथ ही इजरायल ने बताया कि 10 अतिरिक्त बंधकों की रिहाई के लिए युद्ध विराम को एक दिन के लिए बढ़ाया जाएगा।
इस समझौते की मध्यस्थता कतर, अमेरिका और मिस्र ने की थी। कई हफ्तों तक चली गुप्त बातचीत के बाद ये फैसला किया गया। इस समझौते के तहत कई परिवार अपने प्रियजनों को वापस पाकर खुश होंगे, लेकिन बड़ी संख्या में ऐसे बंधक हमास की कैद में ही रहेंगे, जिनमें पुरुष, महिलाएं, वृद्ध लोग और विदेशी नागरिक शामिल है। दूसरी ओर यह समझौता हमास के लिए अपनी मांगों को बढ़ाने का द्वार भी खोलता है, इस उम्मीद में कि इजराइल अधिक बंधकों को रिहा करने के लिए अधिक छूट देगा। वहीं लंबे वक्त तक संघर्ष विराम से इजरायल के लिए युद्ध को फिर से शुरू करना कठिन हो जाएगा।