नई दिल्लीः इजरायल और फिलस्तीन में जारी युद्ध के बीच इजरायल के राजदूत ने बड़ा बयान दिया है। संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की बैठक में इजरायली दूत गिलाद एर्दान ने ईरान पर गंभीर आरोप लगाए है। गिलाद एर्दान ने आरोप लगाया की आतंकी हमले के लिए ईरान हमास को फंडिंग करता है। इजरायली दूत ने […]
नई दिल्लीः इजरायल और फिलस्तीन में जारी युद्ध के बीच इजरायल के राजदूत ने बड़ा बयान दिया है। संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की बैठक में इजरायली दूत गिलाद एर्दान ने ईरान पर गंभीर आरोप लगाए है। गिलाद एर्दान ने आरोप लगाया की आतंकी हमले के लिए ईरान हमास को फंडिंग करता है। इजरायली दूत ने कहा कि आतंकी संगठन हमास के अभियानों को फंड कर रहा है। उन्होंने कहा कि हमें पूरा विश्वास है कि ईरान ही हमास के आतंकी गतिविधि को समर्थन कर रहा हैं।
ईरानी राष्ट्रपति के किए अलग दावे
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक इजरायली राजदूत के बयान से पहले ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रायसी ने अपना बयान जारी किया था। इब्राहिम रायसी ने कहा था कि ईरान फिलस्तीनियों के आत्मरक्षा के अधिकारों का समर्थन करता है। उन्होंने एक निजी चैनल से कहा कि इजरायल और उनके मददगार राष्ट्र की सुरक्षा को खतरे में डालने के लिए जिम्मेदार है। उन्हें युद्ध और इसके चलते हो रहे नुकसान का जवाब देना चाहिए। रायसी ने कहा कि सीरिया, लेबनान और इराक सहित अन्य मुस्लिम देशों ने फिलस्तीन का समर्थन करने के लिए आग्रह किया था। उन्होंने ये भी दावा किया कि इजरायस फिलस्तीन को सबक सिखाने के लिए अरब सहित अन्य मुस्लिम देशों के साथ संबंधों को मजबूत करने में जुटा था।
हमास ने अरब देशों से सहायता मांगी
हमास के प्रवक्ता खालिद कादोमी ने एक निजी समाचार वेबसाइट को बताया कि यह हमला उन सभी अत्याचारों का जवाब है जो फिलस्तीनी नागरिक दशकों से सहते आ रहे है। आगे उसने कहा कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय गाजा में हो रहे अत्याचार को रोके और अल – अक्सा जैसे पवित्र स्थल को अतिक्रमण से मुक्त किजा जाना चाहिए। टेलीग्राम पर एक पोस्ट में उसने अरब और इस्लामिक देशों से इस लड़ाई में साथ देने का अह्वान भी किया है।