नई दिल्लीः इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने गाजा में संघर्ष-विराम की बढ़ती अंतरराष्ट्रीय अपील को शनिवार को फिर से दरकिनार कर दिया है। उन्होंने कहा कि गाजा पट्टी में सत्तारूढ़ हमास चरमपंथियों को कुचलने के लिए इजराइल की लड़ाई पूरी ताकत के साथ जारी रखेगा। टेलीविजन पर दिए संबोधन में नेतन्याहू ने साफ कहा […]
नई दिल्लीः इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने गाजा में संघर्ष-विराम की बढ़ती अंतरराष्ट्रीय अपील को शनिवार को फिर से दरकिनार कर दिया है। उन्होंने कहा कि गाजा पट्टी में सत्तारूढ़ हमास चरमपंथियों को कुचलने के लिए इजराइल की लड़ाई पूरी ताकत के साथ जारी रखेगा। टेलीविजन पर दिए संबोधन में नेतन्याहू ने साफ कहा कि संघर्ष-विराम तभी संभव है, जब गाजा में चरमपंथियों द्वारा बंधक बनाए गए 239 लोगों को रिहा कर दिया जाएगा। उन्होंने स्पष्ट तौर पर कहा कि युद्ध के बाद गाजा का असैनिकीकरण किया जाएगा और इजराइल क्षेत्र में अपना सुरक्षा नियंत्रण बनाए रखेगा। यह रुख इजरायल के निकटतम मित्र अमेरिका द्वारा युद्ध के बाद के परिदृश्यों को लेकर व्यक्त किये गये विचारों के विपरीत है।
क्या कहा था अमेरिका ने
अमेरिका ने कहा था कि वह उस क्षेत्र के फिर से इजरायल के कब्जे में जाने का विरोध करता है। यह पूछे जाने पर कि सुरक्षा नियंत्रण से उनका क्या मतलब है, नेतन्याहू ने कहा कि चरमपंथियों को पकड़ने के लिए जब जरूरी हो, इजरायल सेना गाजा में प्रवेश करने के लिए तैयार है। गाजा के सबसे बड़े अस्पताल के चिकित्सकों से कहा था कि क्षेत्र के आखिरी जनरेटर का ईंधन खत्म होने से समय से पहले जन्मे एक शिशु, इंक्यूबेटर में रखे गए एक बच्चे और चार अन्य मरीजों की मृत्यु हो गई है। चिकित्सकों के इस बयान के बाद इजराइल पर संघर्ष-विराम का दबाव बढ़ रहा है। युद्ध में घायल हजारों लोग, चिकित्सा कर्मचारी और विस्थापित नागरिक युद्ध के कारण संकट में है।
इजरायल ने शिफा अस्पताल को हमास की मुख्य कमान चौकी के रूप में पहचान करते हुए कहा है कि आतंकवादी वहां नागरिकों का ढाल के रूप में इस्तेमाल कर रहे हैं और उन्होंने इसके नीचे बंकर बनाए हैं। हालांकि, इस दावे का हमास के साथ ही शिफा प्रशासन ने खारिज किया है। हाल के दिनों में, उत्तरी गाजा में शिफा और अन्य अस्पतालों के पास जंग तेज हो गई है, जिससे वहां जरूरी चीजों की आपूर्ति कम हो गई है। शिफा के निदेशक मोहम्मद अबू सेल्मिया ने गोलियों और विस्फोटों की आवाज के बीच फोन पर बात करते हुए कहा, बिजली नहीं है। चिकित्सा मशीनें बंद हो गए हैं। मरीजों, विशेष रूप से गहन देखभाल इकाई में रखे गए लोगों की मृत्यु होने लगी है।