नई दिल्लीः इजरायस और हमास के बीच जारी युद्ध को दरकिनार करते हुए अमेरिका ने बहुत बड़ी घोषणा कर दी है। गृह मंत्रालय ने ऐलान किया है कि इजरायल के नागरिक 90 दिनों तक अमेरिका का यात्रा कर सकते है। एक निजी चैनल के मुताबिक बाइडन प्रशासन ने पहले इस बात की पुष्टि की थी […]
नई दिल्लीः इजरायस और हमास के बीच जारी युद्ध को दरकिनार करते हुए अमेरिका ने बहुत बड़ी घोषणा कर दी है। गृह मंत्रालय ने ऐलान किया है कि इजरायल के नागरिक 90 दिनों तक अमेरिका का यात्रा कर सकते है। एक निजी चैनल के मुताबिक बाइडन प्रशासन ने पहले इस बात की पुष्टि की थी कि वीडब्लूपी में इजरायल को शामिल किया जा सकता है। इससे पहले इजरायली यात्रियों को बिना वीजा के अमेरिका में प्रवेश की अनुमति मिल गई है। हालांकि अमेरिका अब तय समय से पहले वीजा के लिए आवेदन स्वीकार रहा है।
ये है आवेदन करने की प्रक्रिया
एडवाइजरी में कहा गया है कि इस अवसर का लाभ उठाने के लिए पात्र यात्रियों को यूएस कस्टम्स एंड बॉर्डर प्रोटेक्शन, इलेक्ट्रॉनिक सिस्टम फॉर ट्रैवल ऑथराइजेशन के जरिए प्राधिकरण के लिए ऑनलाइन आवेदन करना होगा। अर्हता प्राप्त करने के लिए यात्रियों के पास बायोमेट्रिक रूप से सक्षम पासपोर्ट होना चाहिए और 90 दिनों से अधिक समय तक अमेरिका में रहने की योजना नहीं बने रहे हो।
डीएचएस ने बताया कि, गैर-बायोमेट्रिक, अस्थायी या आपातकालीन यात्रा दस्तावेज या गैर वीजा छूट कार्यक्रम नामित देश से यात्रा दस्तावेज वाले यात्री पात्र नहीं हैं और उन्हें अमेरिकी वीजा के लिए आवेदन करना चाहिए। वहीं एक रिपोर्ट के मुताबिक, फिलहाल यह आवेदन केवल अंग्रेजी में उपलब्ध है, लेकिन डीएचएस की योजना इसे एक नवंबर के बाद से अन्य भाषाओं में पेश करने की है।
अमेरिका ने अपने यात्रियों के लिए जारी की एडवाइजरी
अमेरिका के विदेश मंत्रालय गुरुवार को दुनियाभर की यात्रा कर रहे अमेरिकी नागरिकों के लिए एक एडवाइजरी जारी किया है। ट्रैवल एडवाइजरी में कहा गया, दुनियाभर के देशों में बढ़ते तनाव और अमेरिकी नागरिकों के खिलाफ आतंकवादी हमलों प्रदर्शनों या हिंसक कार्रवाइयों की आशंका के मद्देनजर विदेश मंत्रालय अन्य देशों में रह रहे अमेरिकी नागरिकों को अधिक सावधानी बरतने की सलाह देता है।
एडवाइजरी में कहा गया है, ‘अमेरिकी नागरिकों को उन स्थानों पर सतर्क रहना चाहिए, जहां पर्यटक विशेष तौर पर जाते हैं। इसमें अमेरिकी नागरिकों से ‘स्मार्ट ट्रैवलर एनरोलमेंट प्रोग्राम’ में पंजीकरण कराने का भी आग्रह किया गया है। ताकि वे सूचना और अलर्ट प्राप्त कर सकें व विदेश में आपात स्थिति में आसानी से मिल सकें।