नई दिल्लीः इजरायल, हमास के साथ युद्ध के बाद इसके नेताओं को खत्म करने का प्लान बना रहा है। मिल रही जानकारी के मुताबिक इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू कथित तौर पर अपने पूर्ववर्ती गोल्डा मेयर के रस्ते पर चलना चाहते हैं और ‘ऑपरेशन व्राथ ऑफ गॉड’ जैसे मिशन को अंजाम देना चाहते है। इस […]
नई दिल्लीः इजरायल, हमास के साथ युद्ध के बाद इसके नेताओं को खत्म करने का प्लान बना रहा है। मिल रही जानकारी के मुताबिक इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू कथित तौर पर अपने पूर्ववर्ती गोल्डा मेयर के रस्ते पर चलना चाहते हैं और ‘ऑपरेशन व्राथ ऑफ गॉड’ जैसे मिशन को अंजाम देना चाहते है। इस योजना के तहत वह इजरायल के दुश्मनों को खत्म करने की योजना बना रहे हैं। हालांकि, वह इसे गाजा में मौजूदा अभियान को खत्म करने के बाद ही इस जोयना पर काम करने के पक्ष में है।
एक अखबार की रिपोर्ट के मुताबिक, नेतन्याहू ने इजरायल की खुफिया एजेंसी मोसाद को इस काम को अंजाम देने के लिए एक योजना को कारगर बनाने का आदेश दिया है। मोसाद कथित तौर पर तुर्की, लेबनान और कतर में हाई वैल्यू टारगेट को खत्म करने की योजना बना रहा है। एक अखबार की रिपोर्ट में एक अधिकारी के हवाले से कहा था कि संचार चैनल खोलने के अमेरिकी अनुरोध के बाद, संयुक्त राज्य सरकार के समन्वय में वर्ष 2012 में कतर में हमास का राजनीतिक कार्यालय खोला गया था।
डब्ल्यूएसजे का दावा है कि मोसाद के पूर्व निदेशक एफ़्रैम हेलेवी ने ऑपरेशन के बारे में चिंता जताई है और चेतावनी दी है कि इस तरह की कार्रवाइयों के गलत परिणाम हो सकते हैं और इससे इलाके में और अशांति पैदा हो सकती है। हेलेवी ने बताया कि दुनिया भर में हमास के ठिकानों को खत्म करने से इजरायल के लिए खतरे खत्म नहीं होंगे।
वहीं डब्ल्यूएसजे ने हेलेवी के हवाले से कहा कि वैश्विक स्तर पर हमास का पीछा करना और उसके सभी नेताओं को इस दुनिया से खत्म करने की कोशिश बदला लेने की इच्छा है, न कि रणनीतिक लक्ष्य हासिल करने की इच्छा। कुछ बड़े नाम जो मोसाद की हत्या सूची में शामिल हो सकते हैं, जिसमें इस्माइल हानियेह, मोहम्मद दीफ, याह्या सिनवार और खालिद मशाल का नाम शामिल है।