नई दिल्लीः गाजा पट्टी में इजरायल के द्वारा किए गए हमलों में 11 हजार से ज्यादा लोगों की जान जा चुकी है। अब विश्वभर से गाजा में युद्धविराम की आवाज उठने लगी है। फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रॉन ने भी गाजा में सीजफायर की बात कही है लेकिन इजरायल की सरकार नरमी बरतने की मूड […]
नई दिल्लीः गाजा पट्टी में इजरायल के द्वारा किए गए हमलों में 11 हजार से ज्यादा लोगों की जान जा चुकी है। अब विश्वभर से गाजा में युद्धविराम की आवाज उठने लगी है। फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रॉन ने भी गाजा में सीजफायर की बात कही है लेकिन इजरायल की सरकार नरमी बरतने की मूड में नही है। इजरायल के पीएम बेंजामिन नेतन्याहू साफ कर चुके हैं कि जब तक बंधको को रिहा नहीं किया जाएगा, तब तक युद्ध नहीं रोकेंगे।
युद्धविराम की पैरवी फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रॉन ने भी की है। इस पर नेतन्याहू ने कहा कि वैश्विक नेताओं को हमास की आलोचना करनी चाहिए, इजरायल की नहीं। उन्होंने कहा कि हमास ने इजरायल के साथ जो किया वो कल फ्रांस के पेरिस, न्यूयॉर्क या दुनिया में कही भी हो सकता है। बता दें कि फ्रांसीसी राष्ट्रपति ने एक इंटरव्यू में कहा कि गाजा में युद्ध रुकना चाहिए। हालांकि उन्होंने इजरायल के खुद की रक्षा के बाद इजरायल सेना ने साफ किया है कि यह हमला हमास की गलती से हुआ है। इजरायली सेना कहा कि इजरायली सैनिकों को निशाना बनाते हुए हमास ने रॉकेट अस्पताल पर गिराया जिसमें 22 लोगों की मौत हो गई है।
इजरायली पीएम ने शुक्रावार को कहा कि उनका देश गाजा के नागरिकों को बचाने के लिए सबकुछ कर रहा है लेकिन हमास लोगों को सुरक्षित जगह नहीं दे रहा है। नेतन्याहू ने कहा कि हमास लोगों को मानव ढाल की तरह इस्तेमाल कर रहा है। अमेरिका ने भी गाजा में मारे जा रहे लोगों को लेकर दुख जाहिर किया लेकिन उसने इजरायल का समर्थन जारी रखने की बात कही है। जानकारी दे दें कि गाजा पट्टी में जमीनी लड़ाई चल रही है।