नई दिल्लीः इजरायल और हमास के बीच युद्ध एक महीने से ज्यादा वक्त से जारी है। बीते एक महीने से इजरायल गाजा पट्टी पर लगातार हमले कर रहा है। हवाई हमलों के बाद इजरायल ने जमीनी हमले भी शुरू कर दिए है। ये कार्रवाई हमास के आतंकियों की कमर तोड़ने की जा रही है। हालांकि […]
नई दिल्लीः इजरायल और हमास के बीच युद्ध एक महीने से ज्यादा वक्त से जारी है। बीते एक महीने से इजरायल गाजा पट्टी पर लगातार हमले कर रहा है। हवाई हमलों के बाद इजरायल ने जमीनी हमले भी शुरू कर दिए है। ये कार्रवाई हमास के आतंकियों की कमर तोड़ने की जा रही है। हालांकि गाजा में आम नागरिकों को काफी नुकसान भी हुआ है। इसी बीच गाजा पट्टी की युद्ध की आंच ब्रिटेन तक पहुंच गई है। लंदन की सड़कों पर भारी संख्या में लोग विरोध-प्रदर्शन कर रहे हैं। इसी बीच ब्रिटेन की गृह सचिव सुएला ब्रेवरमैन और मेट्रोपॉलिटन पुलिस के बीच नोकझोंक की खबरें सामने आई हैं।
खबरों के मुताबिक ब्रेवरमैन के हवाले से गुरुवार को एक अखबार में लेख प्रकाशित हुआ। मेट्रोपॉलिटन पुलिस के साथ वाकयुद्ध को लेकर ब्रेवरमैन ने पुलिस पर लंदन की सड़कों पर नफरत मार्च करने वालों पर कार्रवाई नहीं करने का आरोप लगाया। बता दें कि इजरायल -हमास संघर्ष के बीच लंदन में फिलिस्तीनी नागरिकों की मौत और गाजा में मानवीय संकट को लेकर विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं। इसी बीच ब्रिटेन में हेट क्राइम की भी कई घटनाएं सामने आई हैं।
ब्रिटेन के सबसे बड़े पुलिस बल- मेट्रोपॉलिटन पुलिस पर फिलिस्तीन समर्थक प्रदर्शनकारियों की कुछ कार्रवाइयों को नजरअंदाज करने के आरोप लगे हैं। खबरों के मुताबिक विरोध प्रदर्शन के दौरान आक्रामकता से निपटने में दोहरा मापदंड अपनाने का आरोप भी लगाया गया है। इसके लिए भारतीय मूल की कैबिनेट मंत्री की विपक्षी नेताओं ने जमकर आलोचना की है।
गृह सचिव ब्रेवरमैन के मुताबिक हमने अपनी आंखों से देखा है कि आतंकवादियों का महिमामंडन किया गया है। उन्होंने कहा कि इजरायल को नाजियों के रूप में अपमानित किया गया है और यहूदियों को और अधिक नरसंहार की धमकी दी गई है। साथ ही उन्होंने कहा कि वे नहीं मानतीं कि लंदन में हो रहे मार्च केवल गाजा के लिए मदद की गुहार के लिए हैं। उत्तरी आयरलैंड के इस्लामवादी समूह भी विरोध-प्रदर्शन में हिस्सा ले रहा है।