नई दिल्लीः इस महीने की शुरुआत से शुरू हुई इस्राइल और हमास के बीच लड़ाई थमने का नाम नहीं ले रही है। आतंकी संगठन हमास के हमले ने दुनिया भर में दहशत फैला दिया है। अमेरिका समेत कई देशों ने इस हमले की निंदा की हैं। वहीं, कई वैश्विक नेता एक के बाद एक इजरायल […]
नई दिल्लीः इस महीने की शुरुआत से शुरू हुई इस्राइल और हमास के बीच लड़ाई थमने का नाम नहीं ले रही है। आतंकी संगठन हमास के हमले ने दुनिया भर में दहशत फैला दिया है। अमेरिका समेत कई देशों ने इस हमले की निंदा की हैं। वहीं, कई वैश्विक नेता एक के बाद एक इजरायल का दौरा कर उसे अपना समर्थन दे रहे हैं। इसी बीच फ्रांस के राष्ट्रपति भी तेल अवीव पहुंचे हैं। उनके साथ मुलाकात के बाद इजरायल के पीएम नेतन्याहू ने हमास के हमले की तुलना होलोकास्ट से की। उन्होंने कहा कि ये दोनों एक जैसे हैं। नेतन्याहू ने इस दौरान ऐनी फ्रैंक पर किए गए जुल्मों को भी याद किया।
पूरी दुनिया के लिए संकट हमास- नेतन्याहू
पीएम नेतन्याहू ने तर्क देते हुए कहा कि हमास की हरकतें न केवल यहूदियों के लिए बल्कि मध्य पूर्व, यूरोप और पूरी दुनिया के लिए भी संकट पैदा कर रही हैं। उन्होंने गाजा को ‘आईएसआईएस का एक क्षेत्र बताया। उन्होंने जोर देकर कहा कि हम गाजा में हमास के आतंकी ढांचे और राजनीतिक तंत्र सहित हमास को खत्म करने के लिए सभी आवश्यक उपाय करने के लिए हम प्रयासरत है। हमारी प्राथमिकता है हमारे बंधकों की रिहाई सुनिश्चित करना और फिलिस्तीनी नागरिकों को कम से कम नुकसान पहुंचाना है।
बता दें कि नेतन्याहू का यह बयान फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों से मुलाकात के बाद आया है। इससे पहले, फ्रांस के राष्ट्रपति मैक्रों ने इजरायल के प्रति अपना समर्थन जताया था। उन्होंने कहा था कि आतंकवाद इजरायल और फ्रांस का ‘साझा दुश्मन’ है। उन्होंने नेतन्याहू से कहा था हमास के खिलाफ युद्ध में इजरायल अकेला नहीं हैं।
होलोकॉस्ट के बारे में जानिए
बता दें कि दूसरे विश्व युद्ध के दौरान नाजियों ने लगभग 60 लाख यूरोपियों यहूदियों की हत्या कर दी थी। इस नरसंहार को होलोकॉस्ट कहा जाता है। होलोकॉस्ट को समूचे यहूदी लोगों को जड़ से खत्म कर देने का सोचा- समझा और योजनाबद्ध प्रयास बताया जाता है।