नई दिल्लीः गाजा में इजरायली हमलों के खिलाफ मुस्लिम देश एकजुट हो रहे हैं। बता दें कि सऊदी अरब के रियाद में गाजा के मुद्दे पर ऑर्गेनाइजेशन ऑफ इस्लामिक कॉपरेशन की मीटिंग होने जा रही है और इस बैठक में शामिल होने के लिए ईरान के राष्ट्रपति भी सऊदी अरब जाएंगे। कुछ समय पहले तक […]
नई दिल्लीः गाजा में इजरायली हमलों के खिलाफ मुस्लिम देश एकजुट हो रहे हैं। बता दें कि सऊदी अरब के रियाद में गाजा के मुद्दे पर ऑर्गेनाइजेशन ऑफ इस्लामिक कॉपरेशन की मीटिंग होने जा रही है और इस बैठक में शामिल होने के लिए ईरान के राष्ट्रपति भी सऊदी अरब जाएंगे। कुछ समय पहले तक ईरान और सऊदी अरब के रिश्ते तल्ख थे लेकिन चीन की मध्यस्थता के बाद सऊदी अरब और ईरान के रिश्तों में खटास कम हुई है।
स्थानिय के मीडिया के मुताबिक, राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी शनिवार को रियाद जाएंगे। ओआईसी की बैठक में गाजा संकट पर बातचीत की जाएगी। ओआईसी की इस बैठक को लेकर ईरान की सरकार कितना गंभीर है, इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि ईरान ने अपने विशेषज्ञों की एक टीम रियाद भेज दी है, जो बैठक के दौरान जारी होने वाले प्रस्ताव का विश्लेषण करेगी। सऊदी अरब में ईरान के राजदूत अलीरेजा इनायती ने ओआईसी की इस मिटिंग को खास बताया और कहा कि यह बैठक अन्य इस्लामिक देशों द्वारा सुझाए गए प्रस्तावों पर आधारित होगी।
इस्लामिक देशों की मांग है कि गाजा पट्टी में जारी संघर्ष तुरंत थमे और इजरायल युद्ध रोके। हालांकि इजरायल के पीएम बेंजामिन नेतन्याहू साफ कर चुके हैं कि जब तक हमास बंधकों को नहीं छोड़ता है तब तक युद्ध जारी रखेंगे। गाजा में जारी युद्ध में अब तक साढ़े 12 हजार से ज्यादा लोग मारे जा चुके हैं। अब गाजा पट्टी में जारी संघर्ष के मुद्दे पर मुस्लिम देश साथ आ रहे हैं। हाल ही में ईरान के राष्ट्रपति ने तुर्किए के राष्ट्रपति रेसेप तैयप एर्दोगान से भी भेंट की थी। साथ ही ईरान के विदेश मंत्री ने ब्रिक्स देशों को भी चिट्ठी लिखकर गाजा मामले में दखल देने और तुरंत युद्धविराम कराने की अपील की। साथ ही ईरान ने इजरायल की जवाबदेही तय करने की भी मांग की।