नई दिल्ली। इजरायल पर हमास के हमले के बाद से लगातार पांचवें दिन जंग जारी है। अब इस मामले को लेकर कांग्रेस और भाजपा में जुबानी जंग शुरू हो गई है। फलस्तीन को लेकर कांग्रेस वर्किंग कमेटी के प्रस्ताव पर बुधवार को असम के सीएम और बीजेपी नेता हिमंत बिस्व सरमा ने तीखी प्रतिक्रिया दी। […]
नई दिल्ली। इजरायल पर हमास के हमले के बाद से लगातार पांचवें दिन जंग जारी है। अब इस मामले को लेकर कांग्रेस और भाजपा में जुबानी जंग शुरू हो गई है। फलस्तीन को लेकर कांग्रेस वर्किंग कमेटी के प्रस्ताव पर बुधवार को असम के सीएम और बीजेपी नेता हिमंत बिस्व सरमा ने तीखी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि इनका बयान पाकिस्तान और तालिबान की तरह है। वहीं उनके इस बयान पर कांग्रेस नेता शशि थरूर ने जवाब देते हुए कहा कि हमें फलस्तीन को भी नहीं भूलना चाहिए।
शशि थरूर ने एक न्यूज चैनल से बात करते हुए कहा कि भारत को फलस्तीन के साथ भी खड़ा होना चाहिए। उन्होंने कहा कि हमें फलस्तीन के मुद्दें को नहीं भूलना चाहिए। थरूर ने आगे कहा कि मैं समझ रहा हूं कि भाजाप राजनीतिक प्वाइंट साध रही है।
हिमंत बिस्व सरमा ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर लिखा कि कांग्रेस का प्रस्ताव पाकिस्तान और तालिबान के बयान की तरह है। उन्होंने आगे कहा कि कांग्रेस ने हमास के हमले की निंदा नहीं की।सरमा ने कहा कि कांग्रेस ने महिलाओं और बच्चों को बंधक बनाए जाने को लेकर कुछ नहीं कहा और तुष्टिकरण की राजनीति करने के लिए देश के हित की बलि चढ़ाना कांग्रेस के डीएनए में है।
कांग्रेस वर्किंग कमेटी ने सोमवार को मीटिंग कर एक प्रस्ताव पारित किया था। इस प्रस्ताव में फलस्तीन का जिक्र कर लिखा था कि अब सीडब्लयूसी मीडिल ईस्ट में छिड़े जंग और हजार से अधिक लोगों के मारे जाने पर दुख व्यक्त करती है। इसमें लिखा गया कि फिलिस्तीनी लोगों के जमीन, स्वशासन और आत्म-सम्मान एवं गरिमा के साथ जीवन के अधिकारों के लिए सीडब्लयूसी अपने दीर्घकालीन समर्थन को दोहराती है।