ISIS ISI Behind Pulwama Terror Attack: पुलवामा में बीते गुरुवार को हुए भीषण आतंकी हमारे में सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हो गए. हमारे सहयोगी अखबार द संडे गार्जियन का दावा है कि इस हमले के पीछे इस्लामिक स्टेट (आईएसआईस) और पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई का हाथ है. यह हमला जैश-ए-मोहम्मद सरगना मसूद अजहर ने करवाया. पाकिस्तान के सेना अधिकारी पिछले 4 वर्षों से आतंकियों को ट्रेनिंग दे रहे हैं.
नई दिल्लीः पुलवामा आतंकी हमले पर बड़ा खुलासा हुआ है. हमारे सहयोगी अखबार द संडे गार्जियन ने खुलासा किया है पुलवामा हमले के पीछे सीरिया, लीबिया, अफगानिस्तान और पाकिस्तान में सक्रिय दुनिया के सबसे बड़े आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट और पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी इंटर सर्विस इंटेलिजेंस (आईएसआई) का हाथ है. संडे गार्जियन का दावा है कि आईएसआईएस के आतंकियों को पाकिस्तान में ट्रेनिंग मिल रही है और वहां पाक सेना के रिटायर और छुट्टी पर रहने वाले अधिकारी इन आतंकियों की मदद कर भारत के खिलाफ आतंकी साजिश रचने की ट्रेनिंग दे रहे हैं.
अखबार का दावा है कि आतंकियों को पाकिस्तान में पिछले 4 साल से इन आतंकियों को विस्फोटक और गोला-बारूद बनाने की ट्रेनिंग दे रहे हैं. साथ ही उन्हें महत्वपूर्ण जानकारी भी मुहैया करा रहे हैं. द संडे गार्डियन हमारे आईटीवी नेटवर्क का अखबार है और इसने दावा किया है कि जैश-ए-मोहम्मद सरगना मसूद अजहर ने जैश के आतंकियों को पुलवामा में सीआरपीएफ के काफिले पर हमले का आदेश दिया था. मसूद अजहर फिलहाल पाकिस्तान के एक हॉस्पिटल में इलाज करा रहा है और वहीं से उसने भारत पर आतंकी हमले की साजिश रची थी.
अखबार के मुताबिक, यह घातक हमला स्थानीय यानी जम्मू-कश्मीर के कुछ लोकल आतंकियों की मदद के बिना संभव नहीं है. साथ ही यह भी दावा किया गया है इस्लामिक स्टेट भारत में पैर पसारने की कोशिश में है और पुलवामा हमले को इसकी शुरुआत माना जा रहा है. इस्लामिक स्टेट के कश्मीर एक सेफ जगह माना जा रहा है और वह घाटी के युवाओं को प्रलोभन देकर या ब्रेन वॉश कर उन्हें न सिर्फ भारत के खिलाफ भड़का रहा है, बल्कि फिदायीन हमलों के लिए भी इस्तेमाल करने की कोशिश कर रहा है.
मालूम हो कि 14 फरवरी को जम्मू कश्मीर के पुलवामा जिले स्थित अवंतिपुरा के एक नैशनल हाइवे पर सीआरपीएफ की 70 से ज्यादा गाड़ियों के काफिले में करीब 2600 जवान ड्यूटी पर घाटी लौट रहे थे, इसी दौरान आतंकियों ने उनपर गोलीबारी की और विस्फोटकों से भरी एसयूवी को सीआरपीएफ के काफिले में घुसा दिया. इस घटना में सीआरपीएफ काफिले के दो बसों के परखच्चे उड़ गए और इसमें 40 से ज्यादा जवान शहीद हो गए. पुलवामा हमले की जांच राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) कर रही है.