Ishwar Chandra Vidyasagar Death Anniversary:आज प्रसिद्ध सामज सुधारक ईश्वर चंद्र विद्यासागर की पुण्यतिथि है. ईश्लर चंद्र विद्या सागर को राजा राममोहन राय का उत्तराधिकारी माना जाता है. विधवा पुनर्विवाह के लिए उन्होंने आन्दोलन किया और सन 1856 में इस आशय का अधिनियम पारित कराया. 1856-60 के बीच उन्होंने 25 विधवाओं का पुनर्विवाह कराया. इन्होने नारी शिक्षा के लिए भी प्रयास किए और इसी क्रम में 'बैठुने' स्कूल की स्थापना की और 35 स्कूल खुलवाए.
Ishwar Chandra Vidyasagar Death Anniversary: आज 29 जुलाई है और इस दिन मशहूर शिक्षा शास्त्री ईश्वर चंद्र विद्यासागर की पुण्यतिथि मनाई जाती है. ईश्वर चंद्र विद्यासागर के बचपन का नाम ईश्वरचन्द्र बन्दोपाध्याय था. वे बंगाल के पुनर्जागरण के स्तम्भों में से एक थे. महान दार्शनिक, समाजसुधारक और लेखक ईश्वर चंद विद्यासागर का जन्म 26 सितंबर, 1820 को कोलकाता में हुआ था. वे उच्चकोटि के विद्वान थे. उनकी विद्वता के कारण ही उन्हें विद्दासागर की उपाधि दी गई थी. उन्होंने स्त्री-शिक्षा और विधवा विवाह पर काफ़ी ज़ोर दिया. ईश्वर चन्द्र विद्यासागर ने ‘मेट्रोपोलिटन विद्यालय’ सहित अनेक महिला विद्यालयों की स्थापना करवायी तथा वर्ष 1848 में वैताल पंचविंशति नामक बंगला भाषा की प्रथम गद्य रचना का भी प्रकाशन किया. नैतिक मूल्यों के संरक्षक और शिक्षाविद विद्यासागर जी का मानना था कि अंग्रेज़ी और संस्कृत भाषा के ज्ञान का समन्वय करके ही भारतीय और पाश्चात्य परंपराओं के श्रेष्ठ को हासिल किया जा सकता है.