पटना: बिहार के मुख्यमंत्री और जनता दल (यूनाइटेड) के प्रमुख नीतीश कुमार के फिर से पाला बदलने की चर्चा तेज है. बीते दिनों सत्तापक्ष और विपक्ष के दो नेताओं के बयानों ने इस चर्चा को और तेज कर दिया है. एक ओर जहां लालू प्रसाद यादव के नेतृत्व वाली राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के विधायक […]
पटना: बिहार के मुख्यमंत्री और जनता दल (यूनाइटेड) के प्रमुख नीतीश कुमार के फिर से पाला बदलने की चर्चा तेज है. बीते दिनों सत्तापक्ष और विपक्ष के दो नेताओं के बयानों ने इस चर्चा को और तेज कर दिया है. एक ओर जहां लालू प्रसाद यादव के नेतृत्व वाली राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के विधायक भाई वीरेंद्र ने दावा किया है कि नीतीश जल्द ही I.N.D.I.A गठबंधन में शामिल हो जाएंगे. वहीं, वरिष्ठ बीजेपी नेता अश्विनी चौबे ने अकेले दम पर बिहार में भाजपा सरकार बनाने की बात कही है.
पटना जिले की मुनेर विधानसभा सीट से आरजेडी विधायक भाई वीरेंद्र ने दावा किया है कि जेडीयू प्रमुख नीतीश कुमार जल्द ही बीजेपी के नेतृत्व वाले एनडीए का साथ छोड़ देंगे. उन्होंने कहा नीतीश भाजपा से अलग होने के बाद विपक्ष गठबंधन I.N.D.I.A में शामिल हो जाएंगे. इसके बाद बिहार विधानसभा चुनाव में भाजपा साफ हो जाएगी.
वहीं, पूर्व केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे ने कहा है कि बिहार में भाजपा को पूर्ण बहुमत के साथ अकेले दम पर सरकार बनानी चाहिए. इसके साथ ही एनडीए को भी आगे बढ़ाना चाहिए. इसके साथ ही उन्होंने बिहार बीजेपी अध्यक्ष सम्राट चौधरी पर निशाना साधते हुए कहा कि हमें पार्टी में आयातित माल बिल्कुल बर्दाश्त नहीं है.
बता दें कि राजद विधायक भाई वीरेंद्र को नीतीश कुमार को लेकर दावे और अश्विनी चौबे के बीजेपी को अकेले सरकार बनानी चाहिए वाले बयान ने बिहार में सियासी हलचल पैदा कर दी है. राजनीतिक विश्लेषक इन दोनों बयानों के आधार पर बिहार में फिर से नीतीश कुमार के पलटी मारने की संभावनों पर चर्चा कर रहे हैं.
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