नई दिल्ली। एक तरफ जहां रुस-यूक्रेन के बीच जंग दो साल से ज्यादा समय से जारी है। वहीं हमास और इजरायल पिछले छह महीने से लड़ाई लड़ रहे हैं। अब ईरान और इस्राइल के बीच भी जंग की आहट आ रही है। ईरान ने शनिवार यानी 13 अप्रैल को इजरायल पर दर्जनों ड्रोन और मिसाइलों […]
नई दिल्ली। एक तरफ जहां रुस-यूक्रेन के बीच जंग दो साल से ज्यादा समय से जारी है। वहीं हमास और इजरायल पिछले छह महीने से लड़ाई लड़ रहे हैं। अब ईरान और इस्राइल के बीच भी जंग की आहट आ रही है। ईरान ने शनिवार यानी 13 अप्रैल को इजरायल पर दर्जनों ड्रोन और मिसाइलों से हमला किया। इस कदम के बाद दो कट्टर दुश्मन देशों के बीच तनाव बढ़ गया है। इजरायली सेना ईरान की हिमाकत का जवाब दे रही है। अब इस मामले पर भारत ने भी प्रतिक्रिया दी है।
विदेश मंत्रालय ने बयान जारी करके कहा कि हम इजरायल और ईरान के बीच बढ़ती शत्रुता को लेकर चिंतित हैं, जिससे क्षेत्र में शांति और सुरक्षा को खतरा है। भारत की ओर से कहा गया कि हम तत्काल तनाव कम करने, संयम बरतने, हिंसा से पीछे हटने तथा कूटनीति के रास्ते पर लौटने का आह्वान करते हैं।
एक वरिष्ठ अमेरिकी रक्षा अधिकारी ने पत्रकारों से कहा कि इजरायल की सुरक्षा के प्रति हमारी दृढ़ संकल्प है, इसलिए अमेरिकी सेना इजरायल को निशाना बनाने वाले ईरानी ड्रोन को नष्ट करना जारी रखेगी। हमारी सेना सुरक्षा में अधिक सहयोग देने और क्षेत्र में सक्रिय अमेरिकी बल रक्षा के लिए तैनात हैं।
अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद की प्रवक्ता एड्रिएन वाटसन ने बताया कि कुछ घंटों में हमला और तेज होने की उम्मीद है। साथ ही उन्होंने कहा कि अमेरिका यहूदी राज्य का समर्थन करेगा। उन्होंने बताया कि ईरान ने इजरायल के खिलाफ हवाई हमला शुरू कर दिया है। राष्ट्रपति बाइडन को उनकी राष्ट्रीय सुरक्षा टीम हर स्थिति से अवगत करा रही है।