नई दिल्ली: चेतन भगत पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाने वालीं लेखिका इला त्रिवेदी ने चेतन भगत की सफाई पर पलटवार करते हुए एक के बाद एक कई ट्वीट में कहा कि झूठ और फरेब काम नहीं करेगा. पीड़ित की विश्वसनीयता को पर ही सवाल खड़े कर देना बहुत ही छोटी और पुरानी प्रक्रिया है मगर मैं चेतन भगत के छल में नहीं फसूंगी बल्कि इससे बाहर निकलूंगी.
इरा ने आगे कहा कि ‘चेतन भगत की इस हरकत इस लायक भी नहीं है कि उसपर प्रतिक्रिया दी जाए. सही यही है कि सच को सामने लाया जाए और यही वजह मुझे यहां तक खींचकर लाई है.’ मेल का जिक्र करते हुए इरा लिखती हैं कि मुद्दे से भटकाते हुए मेल का स्क्रीनशॉट डालना और मामले को घुमाने की कोशिश करना और मुझे राजनीतिक खिलौना या बच्चा समझना ये दिखाता है कि चेतन भगत सिंह का डिफेंस कितना कमजोर और घटिया है.
एक और फैक्ट बिलकुल साफ तौर पर रखना चाहूंगी कि मैने उन्हें बुक लॉन्च के लिए आमंत्रित नहीं किया था. वी चैनल पर एक शो है गुमराह. चैनल ने मुझसे उसकी कहानियां लिखने को कहा. चैनल ने हम दोनों को अप्रोच किया और किताब लॉन्च करने के लिए अलग-अलग पैसे दिए.
लेकिन फिर भी चेतन भगत और एम जे अकबर जैसे लोग अपने सफेद झूठ को आगे रखकर अपने लिए रास्ता बना लेते हैं. दुर्भाग्यवश लाखों महिलाओं को अपनी सबसे बेशकीमती चीज अपने आत्मसम्मान को दांव पर रखकर ऐसे लोगों से डील करना पड़ता है. उनका आत्मसम्मान हमेशा खतरे में रहता है.
अंत में चेतन भगत, एम जे अकबर और बाकी सब, कोई भी महिला नकारात्मक अटेंशन नहीं चाहती. ये मजाक नहीं है. ये आसान भी नहीं है. इसमें बहुत सारी उर्जा लगती है, हिम्मत और ताकत लगती है मेरे या किसी और महिला के मन में चेतन भगत के लिए कोई व्यक्तिगत रोष नहीं है.
मैं उन अज्ञात महिलाओं के किस्से अपने भीतर ही रखूंगी जिन्होंने मुझे निजी तौर पर अपनी कहानियां बताई हैं और उनके फैसले का सम्मान करूंगी. ये मुझे इस बात का एहसास दिलाने के लिए कि हमने जो किया वो सही किया. अब जो भी मुश्किलें आएंगी मैं उसका सामना करूंगी.
दरअसल इरा त्रिवेदी ने चेतन भगत पर आरोप लगाया था कि होटल में किताब पर ऑटोग्राफ देने के बहाने चेतन भगत ने उन्हें अपने रूम में बुलाया और फिर वहां उन्हें किस करने की कोशिश करने लगे. बाद में चेतन भगत ने एक ईमेल का स्क्रीनशॉट डाला था जिसमें इरा उन्हें मिस यू और किस यू लिख रही थीं. उसी को आधार बनाकर चेतन ने पूछा कि अब बताएं कौन किसे किस करना चाह रहा था.
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