By- जितेंद्र शर्मा नई दिल्ली: गैंगस्टर लारेंस बिश्नोई बाबा सिद्दीकी की हत्या के बाद एक बार फिर सुर्खियों में है. मुंबई पुलिस उससे पूछताछ करना चाहती है लेकिन जेल में बंद गैंगस्टर तक पहुंच नहीं पा रही है. बहुत कम समय में लारेंस बिश्नोई कैसे बना इतना बड़ा डॉन, इसकी कहानी काफी चौंकाने वाली है. […]
By- जितेंद्र शर्मा
नई दिल्ली: गैंगस्टर लारेंस बिश्नोई बाबा सिद्दीकी की हत्या के बाद एक बार फिर सुर्खियों में है. मुंबई पुलिस उससे पूछताछ करना चाहती है लेकिन जेल में बंद गैंगस्टर तक पहुंच नहीं पा रही है. बहुत कम समय में लारेंस बिश्नोई कैसे बना इतना बड़ा डॉन, इसकी कहानी काफी चौंकाने वाली है.
गैंगस्टर लारेंस बिश्नोई पंजाब के फिरोजपुर जिले में दुत्तरावाली गांव का रहने वाला है। पिता हरियाणा पुलिस में कांस्टेबल थे इसलिये बेटे को IPS बनाने का सपना देखा था लेकिन बेटे को छात्र जीवन में हथियारों को ऐसा शौक चढ़ा कि वह देश का सबसे बड़ा गैंगस्टर बन गया। सूत्रों की माने तो लारेंस बिश्नोई के देश भर में 700 से ज्यादा शूटर्स मौजूद हैं जो उसके एक इशारे पर किसी को कहीं पर भी धराशाई कर सकते हैं। सबसे बड़ा सवाल ये है कि 12 सालों से जेल में बंद ये गैंगस्टर देश के 11 राज्यों और 6 देशों में फैले अपने इस नेटवर्क को ऑपरेट कैसे करता है?
लारेंस की शुरूआती पढ़ाई गांव में हुई लेकिन उसके बाद वह चंडीगढ़ आ गया जहां उसकी मुलाकात गोल्डी बरार उर्फ सतिंदरजीत सिंह से हुई। जी हां, वही सतिदंरजीत सिंह जिसे भारत सरकार ने आतंकवादी घोषित कर रखा है। चंडीगढ़ में यूनिवर्सिटी चुनावों में मिली हार के बाद लारेंस बिश्नोई ने गोल्डी के साथ मिलकर छात्र नेता पर गोली चलाई जिसके बाद उस पर पहला मामला दर्ज हुआ, वो भी हत्या की कोशिश का। बस वो दिन और आज का दिन है, गोल्डी बरार और लारेंस बिश्नोई ने क्राइम की दूनियां में जो पहला कदम रखा था, उसे वापिस नहीं लिया। गोल्डी बरार इस समय कनाडा में छिपा हुआ है और लारेंस के नेटवर्क को संभाल रहा है. लारेंस बिश्नोई पिछले 12 सालों से जेल में बंद होने के बावजूद अपने नेटवर्क को मजबूत करता जा रहा है।
लारेंस बिश्नोई ने अपने गैंग को मजबूत करने के लिये दिल्ली, हरियाणा, पंजाब, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश और गुजरात तक में अपना नेटवर्क फैला लिया है। लारेंस ने इन राज्यों में ऑपरेट करने वाले गैंग को एकजुट किया और सबको अपने नीचे काम करने के लिये मजबूर किया। आज लारेंस बिश्नोई ड्रग्स, जबरन उगाही, सुपारी किलिंग को बखूबी अंजाम दे रहा है। लारेंस बिश्नोई जेल में छोटे मोटे अपराधों में बंद लड़कों को अपने लिये काम करने के लिये तैयार करता है। उन्हें पहले छोटे-मोटे टास्क करने के लिए देता है और फिर बड़ा काम करवाता है। हालांकि वो ये काम सीधे खुद से नहीं करता बल्कि इसके लिए उसके पास गैंगस्टर की एक पूरी टीम है जिन पर वो भरोसा करता है और वहीं उसके लिये इस नेटवर्क को मजबूत करते हैं।
वो अपने गैंग के लोगों से सीधे बात नहीं करता बल्कि गोल्डी बरार के जरिए ही मैसेज पहुचांता है। इसके लिये वो अलग-अलग नंबरों का इस्तेमाल करता और VoiP कॉल्स के जरिये बात करता है। आज तक कोई ये नहीं पता लगा पाया कि गोल्डी बरार और लारेंस बिश्नोई कौन सा नंबर इस्तेमाल करते हैं. इसकी सबसे बड़ी वजह यह है कि वो हमेशा नये नंबरों का इस्तेमाल करते हैं जिसे बर्नर फोन भी कहा जाता है। इसके लिए गैंग के लोग मदद करते है और कहा जाता है जिस जेल में लारेंस रहता है वहां वो अपने लिए इंतजाम करवा लेता है।
गोल्डी बरार: गोल्डी बरार लारेंस बिश्नोई का सबसे खास आदमी है। गोल्डी विदेश में बैठकर इस पूरे नेटवर्क को संभाल रहा है, माना जाता है कि विदेश में बैठकर गोल्डी शूटर्स को उनके टार्गेट के बारे में बताता है। खास बात ये है कि गोल्डी शूटर्स से भी सीधे बात नहीं करता इसलिए कभी भी शूटर का डायरेक्ट लिंक गोल्डी या लारेंस के साथ नहीं बन पाता।
जग्गू भगवानपुरिया: जग्गू भगवानपुरिया उर्फ जगदीप सिंह। जगदीप सिंह पंजाब के गुरदासपुर में भगवानपुर का रहने वाला है इसलिए उसका नाम जग्गू भगवानपुरिया पड़ा। जग्गू कबड्डी का खिलाड़ी है और लारेंस बिश्नोई का खासमखास है। हालांकि ये भी कहा जा रहा है कि सिद्धू मूसेवाला की हत्या के बाद लारेंस और जग्गू अलग हो गये है लेकिन एजेंसी का मानना है कि ये भी इनकी एक चाल है। जग्गू लारेंस गैंग के लिए पाकिस्तान से ड्रग्स और हथियार स्पलाई का एक बड़ा सोर्स है। जग्गू ही गैंग के लिए पाकिस्तान से हथियार मंगवाता है जो ड्रोन के जरिये आते हैं और उसके साथ ड्रग्स भी।
संपत नेहरा: संपत नेहरा बिश्नोई गैंग का मैनेजर है जो इस पूरे गैंग का बड़ा अहम पार्ट है। संपत नेहरा ही वो शख्स है जो सलमान खान पर हमले के लिए रेकी करने गया था लेकिन हमले से पहले ही पकड़ा गया। संपत नेहरा नेशनल लेवल का खिलाड़ी रह चुका है। पिता चंडीगढ़ पुलिस में थे इसलिए चंडीगढ़ में रहने के दौरान लारेंस बिश्नोई से दोस्ती हुई और क्राइम की दुनिया में आ गया।
सुरेंद्र उर्फ चीकू: सुरेंद्र उर्फ चीकू लारेंस गैंग का खंजाची है। चीकू गैंग की अवैध कमाई को वैध बनाने के लिये अलग-अलग जगहों पर निवेश करता है ताकि उसे इस्तेमाल किया जा सके। NIA ने इस गैंग पर कारवाई करते हुये चीकू के नाम से निवेश की गयी संपतियों को जब्त किया है। इसके अलावा चीकू गिरोह के शूटर्स को वारदात से पहले और बाद में छिपने का भी इंतजाम करता है।
इसके अलावा गैंग में काला जठेड़ी और अनुराधा भी शामिल है। काला जठेड़ी हरियाणा और दिल्ली का बदमाश है जबकि अनुराधा राजस्थान के गैंगस्टर आनंदपाल की प्रेमिका थी। अब ये दोनों गैंग लारेंस बिश्नोई के साथ काम करते हैं। कहा जाता है कि अनुराधा की लारेंस के फाइनेंस का काम संभालती है जिसे चीकू निवेश करता है।
एक तरह से कहे तो जैसे 90 के दशक में मुंबई में D गैंग बॉलीवुड और क्रिकेट पर कंट्रोल कर रहा था, ठीक उसी तरह लारेंस बिश्नोई पंजाब फिल्म, म्यूजिक इंडस्ट्री और खेलों पर कंट्रोंल कर रहा है। देश-विदेश में बैठे पंजाबी गायकों को लारेंस बिश्नोई अपने लिये काम करने को मजबूर कर देता है। लारेंस इन गायकों को गैंग के लिए शो करने को कहता है, साथ ही म्यूजिक राइट्स को गैंग के यू ट्यूब चैनल को देने के लिये दबाव डालता है। जो लोग बात नहीं मानते उन्हें धमकाया जाता है और जो नहीं मानता है उसे टपका दिया जाता है। इस गैंग की दुश्मनी भांभिया गैंग से है जिसे अब लकी पटियाल विदेश में बैठ कर संभाल रहा है। इसी गैंग ने सिद्धू मूसेवाला और उसके मैनेजर शगनप्रीत सिंह की रेकी पर पंजाब के अकाली नेता विक्की मिद्दूखेड़ा की हत्या की थी। विक्की मिद्दूखेड़ा बिश्नोई गैंग को राजनीतिक मदद देता था और कॉलेज के दिनों का साथी था। इसी का बदला लेने के लिए सिद्दू मुसेवाला की हत्या की गयी थी। इस गैंग के निशाने पर सिद्दू मूसेवाला का मैनेजर शगनप्रीत सिंह भी है जो विदेश में छिपा हुआ है।
सलमान खान साल 1998 में राजस्थान के जोधपुर में फिल्म हम साथ साथ है की शूटिंग के लिए गये थे। आरोप है कि वहां पर सलमान खान ने बाकी फिल्म स्टार के साथ काले हिरण का शिकार किया जिसे बिश्नोई समाज अपने बच्चे की तरह मानता है। इस मामले में सलमान खान और दूसरे आरोपी बरी तो हो गये है लेकिन लारेंस बिश्नोई ने इसे समाज का बदला लेने की ठान ली। लारेंस बिश्नोई ने सलमान खान से इस शिकार के लिए माफी मांगने की बात कही, न मानने पर हत्या करने की धमकी दी। इसमें हैरानी की बात ये है कि सलमान खान ने 1998 में जब काले हिरण का शिकार किया था तब लारेंस बिश्नोई की उम्र महज पांच साल थी, फिर कैसे वो तब से सलमान खान से बदला लेने की सोच सकता है। एजेंसी जो लारेंस बिश्नोई से पूछताछ कर रही है और उस पर लगे तमाम आरोपों की जांच कर रही है. उनका कहना है कि सलमान खान एक बड़ा नाम है और बिश्नोई समाज के नाम पर अगर वो सलमान खान से बदला लेता है तो वो अपराधी होते हुए भी अपने समाज में एक अच्छी छवि बना लेगा। ये लारेंस बिश्नोई की एक सोची समझी चाल है ताकि वह अपने काले धंधों को चला सके।
मुंबई में NCP नेता बाबा सिद्दी की शनिवार रात को तीन बदमाशों ने गोली मार कर हत्या कर दी। बाबा सिद्दकी महाराष्ट्र की राजनीति और बॉलीवुड इंडस्ट्री में एक बड़ा नाम थे और शाहरूख खान और सलमान की दोस्ती फिर से करवाने में इनका ही बड़ा हाथ था। इसके अलावा राजनीति में भी अच्छी गहरी पकड़ थी। पहले कांग्रेस में थे लेकिन बाद में अजित पवार गुट की NCP में शामिल हो गये थे। इनका बेटा जिशान सिद्दकी बांद्रा इस्ट से कांग्रेस का विधायक है। लेकिन सवाल ये उठता है कि जिस आदमी की राजनीति और बॉलीवुड में इतनी गहरी पकड़ थी, सरकार के नजदीकी था फिर कैसे उसकी हत्या हो गयी। कौन है वो लोग जिसने बाबा सिद्दकी की हत्या करवाई। बाबा सिद्दकी को मारने की वजह सलमान खान से नजदीकी बतायी जा रही है लेकिन इसके अलावा दूसरे एंगल से भी जांच की जा रही है। लेकिन शुरूआती जांच इस बात का इशारा कर रही है कि इस हत्या के पीछे लारेंस बिश्नोई ही है क्योंकि शूटर ने भी इस बात को माना है और शूटर्स भी हरियाणा और यूपी के रहने वाले हैं.
मुंबई पुलिस ने बाबा सिद्दकी की हत्या का आरोप में अब तक तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है। गुरमैल सिंह, धर्मराज कश्यप और प्रवीण लोनकर। जबकि चौथा आरोपी शिवकुमार गौतम उर्फ शिवा अभी फरार है। पुलिस के मुताबिक ये सभी आरोपी लारेंस बिश्नोई गैंग से जुड़े हुए हैं। गुरमैल सिंह हरियाणा का रहने वाला है जबकि धर्मराज और शिवा यूपी के। प्रवीण लोनकर महाराष्ट्र के पुणे का। बिश्नोई गैंग के शुभम लोनकर ने फेसबुक पर पोस्ट कर इस हत्या की जिम्मेदारी ली है जो अभी फरार है। पुलिस का मानना है कि शुभम ने ही बिश्नोई के कहने पर इन शूटर्स को हत्या के लिये तैयार किया, फिर रहने की जगह और हथियार का इंतजाम किया।
सलमान खान: लारेंस बिश्नोई सलमान खान को कई बार धमकी दे चुका है और कहा है कि या तो सलमान खान माफी मांग लें या फिर हमले के लिए तैयार रहें। धमकी के बाद सलमान खान को सुरक्षा दी गयी थी लेकिन जिस तरह से बाबा सिद्दीकी की हत्या की गयी, उसके बाद सलमान की सुरक्षा को लेकर पुलिस और भी ज्यादा चौकस हो गयी है।
शगनप्रीत सिंह: शगनप्रीत सिंह सिद्दू मुसेवाला का मैनेजर था और उस पर विक्की मिद्दूखेड़ा की मुखबरी करने का आरोप है। विक्की को लारेंस बिश्नोई बड़े भाई की तरह मानता था और इसलिये शगनप्रीत उसकी हिट लिस्ट में है।
कौशल चौधरी: कौशल चौधरी भाभियां गैंग से जुड़ा है और शूटर्स को अरेंज करने का काम करता है। दिल्ली पुलिस ने इसकी गिरफ्तारी के बाद खुलासा किया था कि इसके पास शूटर्स का बड़ा नेटवर्क है जिसको ये गैंग के लिए इस्तेमाल करता है। विक्की मिद्दूखेड़ा की हत्या के लिए कौशल ने ही शूटर्स को अरेंज किया था जिसकी वजह ये लारेंस बिश्नोई की हिट लिस्ट में है। दूसरी वजह ये भी है कि कौशल को मारने से भाभिंया गैंग कमजोर हो जाएगा और उसके पास शूटर्स नहीं होगें जिसका फायदा लारेंस बिश्नोई गैंग को मिलेगा.
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