नई दिल्लीः इंडियन प्रीमियर लीग के लिए मिनी ऑक्शन मंगलवार यानी 19 दिसंबर को दुबई में हुई। इस बार नीलामी में बतौर ऑक्शनर पहली बार कोई महिला नजर आईं। इस बार ऑक्शनर की भूमिका मल्लिका सागर ने निभाई लेकिन नीलामी प्रक्रिया के दौरान ही उनसे एक बड़ी चूक हो गई। मल्लिका की एक गलती के […]
नई दिल्लीः इंडियन प्रीमियर लीग के लिए मिनी ऑक्शन मंगलवार यानी 19 दिसंबर को दुबई में हुई। इस बार नीलामी में बतौर ऑक्शनर पहली बार कोई महिला नजर आईं। इस बार ऑक्शनर की भूमिका मल्लिका सागर ने निभाई लेकिन नीलामी प्रक्रिया के दौरान ही उनसे एक बड़ी चूक हो गई। मल्लिका की एक गलती के कारण रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु को 20 लाख रुपये का घाटा हुआ है। बता दें कि यह गलती उस दौरान हुई जब वेस्टइंडीज के स्टार तेज गेंदबाज अल्जारी जोसेफ को लेकर बोली लगाई जा रही थी।
बता दें कि अल्जारी की बेस प्राइस 1 करोड़ रुपये थी और उन्हें आरसीबी ने ही 11.50 करोड़ रुपये की बोली लगाकर खरीदा है। जोसफ 11.50 करोड़ के साथ आईपीएल में वेस्टइंडीज के दूसरे सबसे महंगे खिलाड़ी बन गए हैं। उनसे आगे केवल निकोलस पूरन हैं, जिन्हें सनराइजर्स हैदराबाद से आईपीएल 2023 में 16 करोड़ रुपये में खरीदा था। जोसेफ पर बोली लगाने की शुरुआत धोनी की चेन्नई सुपर किंग्स ने की थी। उसके बाद दिल्ली कैपिटल्स भी रेस में आ गई। 3 करोड़ रुपये तक बोली पहुंची तो चेन्नई की टीम पीछे हट गई। जिसके बाद लखनऊ सुपर जायंट्स और आरसीबी की एंट्री हुई। इन तीनों के बीच बोली लगती रही, जो 6.40 करोड़ रुपए तक आकर कुछ देर के लिए रुकी थी।
इसी दौरान ऑक्सनर मल्लिका से वो बड़ी गलती हो गई। यहां कुछ देर बोली रुकने के बाद एक बार फिर आरसीबी ने ही पैडल उठाकर बोली लगाना शुरू किया लेकिन यहां से मल्लिका को अगली बोली में 6.60 करोड़ रुपये बोलने थे। इसकी जगह पर उन्होंने 6.80 करोड़ बोल दिए यानी 20 लाख बढ़ा कर बोल दिए। यहां से बोली चलती रही, जो 11.50 करोड़ पर आकर ठहरी। हालांकि आरसीबी ने जोसेफ को खरीद तो लिया लेकिन उन्हें 20 लाख रुपये का घाटा हो गया।