नई दिल्ली : डॉक्टर के साथ नर्स की भूमिका भी बहुत महत्वपूर्ण होती है. कोरोना काल के समय डॉक्टरों के साथ नर्स ने भी अपना योगदान दिया. मरीज के पास पूरे दिन डॉक्टर नहीं रह सकता है. मरीज की पूरी देखभाल नर्स ही करती है और दिनभर साथ रहती है. इसी सेवाभाव को देखते हुए […]
नई दिल्ली : डॉक्टर के साथ नर्स की भूमिका भी बहुत महत्वपूर्ण होती है. कोरोना काल के समय डॉक्टरों के साथ नर्स ने भी अपना योगदान दिया. मरीज के पास पूरे दिन डॉक्टर नहीं रह सकता है. मरीज की पूरी देखभाल नर्स ही करती है और दिनभर साथ रहती है. इसी सेवाभाव को देखते हुए पूरी दुनिया में अंतरराष्ट्रीय नर्स दिवस मनाया जाता है.
अंतरराष्ट्रीय नर्स दिवस मनाने की शुरुआत 1974 में हुई थी और प्रतिवर्ष 12 मई को मनाया जाता है. फ्लोरेंस नाइटिंगेल ने आधुनिक नर्सिंग की स्थापना की थी और इनका जन्म 12 मई को हुआ था इसलिए इस दिन अंतराष्ट्रीय नर्स दिवस मनाया जाता है. अंतरराष्ट्रीय नर्स दिवस मनाने की घोषणा इंटरनेशनल काउंसिल ऑफ नर्स ने 1974 में की थी. यही संस्था नर्सो के किट वितरण करती थी और उससे संबंधित चीजों को देखती थी.
2023 में अंतरराष्ट्रीय नर्स दिवस की थीम ‘आवर नर्सेस,आवर फ्यूचर’ है. इसका आशय है हमारी नर्से, हमरा भविष्य.
हर वर्ष काम करने वाली नर्से को भारत सरकार की तरफ से राष्ट्रपति नेशनल फ्लोरेंस नाइटिंगेल अवार्ड से सम्मानित किया जाता है. इसी के साथ फ्लोरेंस नाइटिंगेल ने स्वच्छता के प्रति भी काफी काम किया है. भारतीय सैनिकों को स्वच्छता के प्रति जागरुक करने में इनका बड़ा योगदान था. इस बात से अंदाजा लगा सकते है कि स्वच्छता कितनी जरुरी है. 1873 में सैनिक की मृत्यु दर 69 हजार से घटकर 18 हजार प्रति पर आई. नर्सिक कैरियर की शरुआत करने से पहले नई सिस्टर मरीजों की सेवा से जुड़ी द नाइटिंगेल प्लेज लेती है जो फ्लोरेंस के नाम पर है
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